महाकाल के गर्भगृह में जबरन घुसे कावडि़ये
श्रावण मास की पहली कावड़ यात्रा में ही रविवार को महाकाल मंदिर में अफरा-तफरी मच गई। प्रवेश बंद होने के बावजूद कावड़ यात्री जबरन गर्भगृह में घुस गए। वहीं कुछ नंदीहॉल में हाथ में जूते-चप्पल तक लेकर देखे गए। इस बीच क्राउड मैनेजमेंट का दावा करने वाले कर्मचारी और पुलिसकर्मी
उज्जैन, नई दुनिया ब्यूरो। श्रावण मास की पहली कावड़ यात्रा में ही रविवार को महाकाल मंदिर में अफरा-तफरी मच गई। प्रवेश बंद होने के बावजूद कावड़ यात्री जबरन गर्भगृह में घुस गए। वहीं कुछ नंदीहॉल में हाथ में जूते-चप्पल तक लेकर देखे गए। इस बीच क्राउड मैनेजमेंट का दावा करने वाले कर्मचारी और पुलिसकर्मी कुछ नहीं कर पाए।
समर्पण कावड़ यात्रा सुबह 11 बजे त्रिवेणी से शुरू हुई थी। उत्तम स्वामी जी महाराज के सानिध्य में करीब ढाई हजार यात्री कावड़ लेकर रवाना हुए। विभिन्न मार्गों से दोपहर 2.30 बजे यात्री महाकाल मंदिर पहुंचे। मंदिर प्रशासन ने कावड़ यात्रियों के लिए भस्मारती द्वार से प्रवेश की व्यवस्था की थी। वहीं सिर्फ दो-तीन प्रतिनिधियों को गर्भगृह में जाकर जल चढ़ाने की अनुमति दी गई थी। हालांकि कावडि़यों का बड़ा जत्था प्रमुख लोगों के साथ अनुमति के विपरीत पुलिस चौकी द्वार से ही मंदिर में प्रवेश कर गया। इससे देखते ही देखते अफरा-तफरी मच गई।