प्रेम का यह कैसा बदला?
प्रेम का यह कैसा बदला? बरसाना के हुरियारे शनिवार को नंदगांव में बदले की होली खेलने जाएंगे। नंदबाबा के गांव की रंगीली गलियां भी इस बदले के लिए तैयार हैं। 'कल खेल आयौ बरसाने, आज होए तेरे द्वारे..।Ó श्रीजी संग होली खेलने के बदले शनिवार को हुरियारों की टोली नंदबाबा
नंदगांव। प्रेम का यह कैसा बदला? बरसाना के हुरियारे शनिवार को नंदगांव में बदले की होली खेलने जाएंगे। नंदबाबा के गांव की रंगीली गलियां भी इस बदले के लिए तैयार हैं।
'कल खेल आयौ बरसाने, आज होए तेरे द्वारे..।Ó श्रीजी संग होली खेलने के बदले शनिवार को हुरियारों की टोली नंदबाबा के द्वारे होली खेलने पहुंचेगी। उनका यहां भी उसी तरह स्वागत होगा, जिस तरह बरसाना में हुआ। बरसाना के हुरियारे दोपहर को नंदबाबा बैठक स्थित यशोदा कुंड पहुंचेंगे। जहां भांग-ठंडाई छान शाम ढलते ही हाऊ-बिलाऊ और दूध बिलौना के दर्शन कर नंदबाबा मंदिर की ओर नंद के लाला की जयघोष करते हुए बढ़ जाएंगे।
नंदबाबा मंदिर में बरसाना और नंदगांव के गोस्वामी समाज का आमना-सामना होगा। फिर समाज गायन और रंग की बौछार के बीच होली होगी। करीब पांच बजे समाज गायन पूरा होगा। इसके बाद हुरियारे सीधे रंगीली गलियों से उतरते हुए रंगीली चौक पर पहुंचेंगे। जहां उन्हें हुरियारिनों की प्रेम पगी लाठियों का सामना करना होगा।