इस माह में पड़े दो चंद्र ग्रहण
पंडित दीपक पांडे ने बताया है कि जुलार्इ माह में दो चंद्र ग्रहण पड़ेंगे, पर पहला ग्रहण जो 13 जुलाई को हो चुका है वह भारत में दिखाई नहीं दिया थ। इसीलिए अब 27 जुलाई को पड़ने वाले दूसरे ग्रहण का महत्व काफी ज्यादा बढ़ गया है। साथ ही ये ग्रहण सदी का सबसे लंबा ग्रहण भी है। इस ग्रहण को लेकर सभी के मन में अलग-अलग धारणाये हैं। ग्रहण के दौरान पड़ने वाली सभी सामान्य सावधानियों का इस व्रत में भी ध्यान रखें, जैसे इस दौरान गर्भवती महिलायें बाहर निकलने से बचें। कैंची चलाने और सिलाई करने जैसे कामों से दूर रहें। इस अवधि में अपना समय पूजा पाठ और भगवान की भक्ति में लगायें।
ये है समयावधि और राशि व नक्षत्र
एक बात और इस बार के ग्रहण में है कि ये गुरुपूर्णिमा के दिन पड़ रहा है। साथ ही ये आषाढ़ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा शुक्रवार उत्तराषाढ़ा नक्षत्र मकर राशि पर होगा। इस लिए इस राशि और नक्षत्र वाले लोग विशेष सावधानी बरतें। ग्रहण की सूतक अवधि दोपहर 2 बज कर 55 मिनट प्रारंभ हो जायेगी। ग्रहण का स्पर्श भारतीय समय के मुताबिक 27 जुलाई की रात 11 बजकर 54 मिनट 02 दो सेकेंड पर होगी । इसके बाद 28 जुलाई की प्रात 03 बजकर 49 मिनट 03 सेकेंड पर ग्रहण खत्म हो जायेगा। ग्रहण की कुल अवधि लगभग 4 घंटे की होगी। इस दौरान रात 01 बजकर 51 मिनट 08 सेकेंड बजे के आसपास पूर्ण चंद्रग्रहण नजर आएगा। विभिन्न राशियों पर इसके भिन्न प्रभाव होंगे।
राशियों पर प्रभाव
इस ग्रहण का प्रभाव राशि अनुसार इस प्रकार पड़ेगा। मेष राशि वालों के लिए ग्रहण सुख कारी है, वृष राशि वालों के लिए अपमान का कारण बन सकता है, मिथुन राशि वालों के लिए कष्टकारी है और कर्क राशि वालों के महिलाओं से संबंधित परेशानी हो सकती है। वहीं सिंह राशि वालों के लिए ये ग्रहण सुख देने वाले होगा, कन्या वालों के लिए चिन्ताकारक, तुला राशि वालों के लिए परेशानी देने वाला है और वृश्चिक राशि वालों को इस गहण के प्रभाव से धन प्राप्ति हो सकती है। धनु राशि वालों को धन हानि हो सकती है, मकर राशि वालों को चोट लगने का खतरा है और कुंभ राशि वालों को क्षति हो सकती है। जबकि मीन राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण लाभ देने वाला है।