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होली के रंगों से सतरंगी होगी विधवाओं की 'सफेद धोती'

भगवान श्रीकृष्ण की लीलास्थली वृंदावन में इस बार यहां की विधवाएं सदियों पुरानी परंपरा व सामाजिक बेड़ियों को तोड़ कर रंग और गुलाल की होली खेलेंगी। वे आपस में एक-दूसरे पर रंग बरसाएंगी, सामान्यजनों की भांति खुशी में डूब आनंद का एहसास करेंगी। ज्ञानगूदड़ी स्थित मीरासहभागिनी महिला आश्रय सदन में 14 मार्च को 'होली कार्यक्रम'

By Edited By: Published: Wed, 12 Mar 2014 03:57 PM (IST)Updated: Wed, 12 Mar 2014 03:59 PM (IST)
होली के रंगों से सतरंगी होगी विधवाओं की 'सफेद धोती'

वृंदावन। भगवान श्रीकृष्ण की लीलास्थली वृंदावन में इस बार यहां की विधवाएं सदियों पुरानी परंपरा व सामाजिक बेड़ियों को तोड़ कर रंग और गुलाल की होली खेलेंगी। वे आपस में एक-दूसरे पर रंग बरसाएंगी, सामान्यजनों की भांति खुशी में डूब आनंद का एहसास करेंगी।

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ज्ञानगूदड़ी स्थित मीरासहभागिनी महिला आश्रय सदन में 14 मार्च को 'होली कार्यक्रम' तय हो चुका है। इसमें कई अन्य आश्रमों की विधावाएं भी खुशी-खुशी शामिल हो रहीं हैं। इन विधवाओं के जीवन में रंग भरने की पहल गैर सरकारी संगठन सुलभ इंटरनेशनल ने की है। सुलभ ने पूर्व से ही नगर की एक हजार विधवाओं व निराश्रित महिलाओं को समाज की मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयासरत है।

एक वर्ष पूर्व सुलभ इंटरनेशनल संस्था की पहल पर यहां की विधवा व निराश्रित महिलाओं ने फूलों की होली खेली थी। सुलभ इंटरनेशनल के चेयरमैन डॉ. बिंदेश्वरी पाठक ने कहा है कि संस्था का मकसद होली कार्यक्रम के माध्यम से विधवा और निराश्रित महिलाओं को पुरानी बेड़ियों से मुक्त कराना है।

इस बार ये महिलाएं सामाजिक परंपराओं को दरकिनार कर रंग-गुलाल की होली खेलेंगी। अगस्त 2012 में सुप्रीमकोर्ट की टिप्पणी के बाद सुलभ इंटरनेशनल संस्था ने नगर के पांच आश्रय सदनों की महिला-निराश्रित महिलाओं को मुख्यधारा में लाने की पहल की। संस्था ने इनकी देखरेख और खर्चा वहन करने के लिये आश्रय सदनों की महिलाओं को गोद लिया।

बांकेबिहारी मंदिर में सुरक्षाकर्मी और श्रद्धालु भिड़े -

बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालु और सुरक्षाकर्मियों के बीच हुआ विवाद कोतवाली तक जा पहुंचा। सुरक्षाकर्मी ने श्रद्धालु पर महिला गैलरी में प्रवेश करने का आरोप लगाया, तो श्रद्धालु ने मारपीट व जंजीर तोड़ने का आरोप सुरक्षाकर्मी पर लगाया।

कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत बांकेबिहारी मंदिर में मंगलवार की सुबह पंजाबी बाग दिल्ली निवासी मनोज सहगल, आशा व गीतांजलि दर्शन करने पहुंचे। आशा और गीतांजलि जगमोहन की महिला गैलरी में चढ़कर दर्शन करने पहुंच गयीं। मनोज सहगल प्रांगण से ही दर्शन करने के बाद आशा और गीतांजलि को बुलाने के लिए जगमोहन की महिला गैलरी में पहुंच गया। इसी बीच गैलरी में मौजूद सुरक्षाकर्मी ने मनोज को रोक दिया। इतने पर ही मनोज सहगल ने सुरक्षाकर्मी के साथ गाली गलौज कर दी। देखते ही देखते मामला मारपीट में बदलने लगा। कुछ देर बाद मामला कोतवाली जा पहुंचा। जहां सुरक्षाकर्मी ने श्रद्धालु पर महिला गैलरी में प्रवेश करने का और श्रद्धालु ने सुरक्षाकर्मी पर मारपीट कर जंजीर तोड़ने का आरोप लगाया।

सोने के कुंडल तोड़-बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन करने पहुंची फरीदाबाद निवासी मनोहरलाल खत्री की पत्‍‌नी कैलाश खत्री के गले से अज्ञात चेन स्नेचर ने सोने का कुंडल तोड़ लिया।


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