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मोती रत्न किस लग्न के जातकों के लिए है लाभदायक, जानें यहां

मोती कर्क लग्न का आजीवन रत्न है। इस रत्न को चन्द्रमा की शांति के लिए और चन्द्रमा को बलवान बनाने के लिए धारण किया जाता है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Thu, 06 Aug 2020 12:29 PM (IST)Updated: Thu, 06 Aug 2020 12:29 PM (IST)
मोती रत्न किस लग्न के जातकों के लिए है लाभदायक, जानें यहां
मोती रत्न किस लग्न के जातकों के लिए है लाभदायक, जानें यहां

मोती कर्क लग्न का आजीवन रत्न है। इस रत्न को चन्द्रमा की शांति के लिए और चन्द्रमा को बलवान बनाने के लिए धारण किया जाता है। मान सागरीय के मतानुसार, चन्द्रमा को रानी भी कहा गया है। अगर किसी व्यक्ति का चन्द्रमा बलिष्ठ है तो उसे राज कृपा मिलती है। साथ ही वह राजकीय कार्यों में भी सफल होता है। ज्योतिषाचार्य पंडित दयानन्द शास्त्री के अनुसार, ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को ब्रह्मांड का मन बताया गया है। ठीक इसी तरह हमारा शरीर में भी चंद्रमा हमारे मन का कारक है और यह मनुष्य का सबसे बड़ा दोस्त या दुश्मन होता है। अगर आप माता लक्ष्मी के आशीर्वाद से यह रत्न धारण करते हैं तो आप लक्ष्मी को अपने द्वार पर आमंत्रित कर रहे हैं। कुंडली में कमजोर चंद्रमा को प्रबल करने के लिए भी मोती धारण किया जाता है।

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मोती चंद्रमा का रत्न है। कहा जाता है:

कदली, सीप, भुजंग मुख, स्वाती एक, गुण तीन।

जैसी संगत बैठियें, तेसोई फल दीन।।

इसका अर्थ है, स्वाती नक्षत्र के समय बरसात की एक बूंद घोघे के मुख में समाती है तब वह मोती बन जाता है। वहीं, बूंद केले में जाकर कपूर और सांप के मुंह में जाकर हाला हाल विष बनती है।

सामान्यत: चंद्रमा क्षीण होने पर मोती पहनने की सलाह दी जाती है। हर लग्न के लिए यह मोती सही नहीं होता है। ऐसे में केवल ऐसे लग्न वालों को ही यह रत्न पहनना चाहिए जिनका चंद्रमा शुभ स्थानों का स्वामी होकर निर्बल हो। अगर ऐसा नहीं होता है तो व्यक्ति भयानक डिप्रेशन, निराशावाद और आत्महत्या तक का कारक बन सकता है। हालांकि, कई लोगों को नहीं पता होता है कि उन्होंने मोति रत्न क्यों पहना है। वहीं, कुछ लोग कहते हैं कि गुस्सा शांत करने के लिए पहना है। जबकि ऐसा सोचना गलत है। बता दें कि मोती रत्न चन्द्रमा ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। यह किसी की जन्मकुंडली में शुभ और अशुभ दोनों तरह से हो सकता है। अगर चंद्रमा शुभ ग्रहों के साथ शुभ ग्रहों की राशि में और शुभ भाव में बैठा होगा तो आपको रत्न पहनने से फायदा होगा। वहीं, अगर यह अशुभ ग्रहों या शत्रु ग्रहों के साथ है तो मोती नुकसान पहुंचा सकता है। तो चलिए जानते हैं कि किस लग्न के व्यक्ति के लिए है यह रत्न लाभदायक।

मेष लग्न: इस लग्न का जातक अगर इस मोती को धारण करे तो उसे लाभ होगा। क्योंकि मेष लग्न में चतुर्थ भाव का स्वामी चंद्र होता है। चतुर्थेश चंद्र लग्नेश मंगल का मित्र है। चतुर्थ भाव शुभ का भाव है। इसके चलते मानसिक शांति, विद्या सुख, गृह सुख, मातृ सुख आदि में लाभ होता है। अगर मेष लग्न का जातक मोती के साथ मूंगा धारण करे तो उसे और भी लाभ होगा।

वृष लग्न: इस लग्न में चन्द्रमा तृतीयेश होकर उच्च राशि में स्थित है। अतः अगर जातक यह मोती धारण करता है तो वो अपनी मेहनत से अपने भाग्य का निर्माण करता है और उसके पराक्रम व साहस में भी बढ़ोत्तरी होतीा है। ऐसे में इस लग्न के जातकों का यह मोती धारण करना लाभदायक होगा।

मिथुन लग्न: इस लग्न में चन्द्रमा तृतीयेश होकर स्थित होता है। ऐसे में अगर इस लग्न के लोग मोती धारण करते हैं तो उन्हें मन की शांति मिलेगी। साथ ही धन संग्रह भी होता है।

कर्क लग्न: इस लग्न में चन्द्रमा लग्नेश होकर स्थित है। ऐसे में अगर इस लग्न का जातक मोती धारण करता है तो यह उसके स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होगा। साथ ही इससे मानिसक बल में बढ़ोत्तरी भी होगी।

सिंह लग्न: इस लग्न में चन्द्रमा द्वादशेश होकर स्थित होता है। इस लग्न के लोगों को यह मोती नहीं पहनना चाहिए। अगर ये जातक यह मोती पहनते हैं तो उन्हें स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होगी। साथ ही फिजूल खर्चों में भी बढ़ोत्तरी होगी।

कन्या लग्न: इस लग्न में चन्द्रमा लाभेश होकर स्थित होता है। मोती धारण करने से व्यक्ति को लाभ होगा। धन में वृद्धि होगी। नए लोगों से दोस्ती होगी जिनसे भविष्य में लाभ मिलेगा।

तुला लग्न: इस लग्न में चन्द्रमा के होने से जातकों के पास कई कामकाज होते हैं। इनके यश मान-सम्मान में भी लगातार बढ़ोत्तरी होती है। मोती रत्न पहनने से इन जातकों को हर काम में सफलता मिलेगी।

वृश्चिक लग्न: इस लग्न में चन्द्रमा भाग्येश होकर बैठा है। लेकिन यह नीच का है। ऐसे में इस लग्न के जातक मोती धारण न करें। अगर इस लग्न के लोग मोती धारण करते हैं तो उन्हें मोती पहनने से भाग्य पक्ष में कमी आएगी।

धनु लग्न: इस लग्न में चन्द्रमा अष्टमेश होकर स्थित है। अतः इस लग्न के जातक भी मोती धारण न करें। इनका मोती धारण करना शुभप्रद नहीं रहेगा।

मकर लग्न: यहां पर चन्द्रमा सप्तमेश बनकर स्थित है। इन जातकों को मोती पहनने से फायदा होगा। इससे पति-पत्नी में आपसी प्रेम बना रहेगा।

कुम्भ लग्न: इस लग्न में चन्द्रमा छठें भाव का मालिक है। यह रोग एंव विरोधियों का संकेतक भाव है। ऐसे में अगर आप मोती धारण करते हैं तो इससे रोगों में बढ़ोत्तरी होगी। साथ ही शत्रु भी आप पर हावी रहेंगे।

मीन लग्न: यहां पर चन्द्रमा पंचमेश बनकर स्थित होगा। ऐसे में आप मोती धारण कर सकते हैं। इससे मानिक उर्जा में वृद्धि होगी। अगर महिला गर्भवती है तो यह मोती पहनने से कन्या ह ोसकती है।  


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