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पितृपक्ष पर कौसरनाग जाने के लिए सरकार से मांगी सुरक्षा

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बयान से उत्साहित ऑल पार्टीज माइग्रेंट्स कोआर्डिनेशन कमेटी (एपीएमसीसी) ने कुलगाम जिले के डिप्टी कमीश्नर को पत्र लिखकर दोबारा करमसरस-विष्णुपाद कौसरनाग तीर्थस्थल पर जाने वाले बीस कश्मीरी पंडित यात्रियों के लिए सुरक्षा मांगी है। नागपंचमी के अवसर पर करमसरस-विष्णुपाद कौसरनाग ती

By Edited By: Published: Thu, 21 Aug 2014 11:48 AM (IST)Updated: Thu, 21 Aug 2014 02:57 PM (IST)
पितृपक्ष पर कौसरनाग जाने के लिए सरकार से मांगी सुरक्षा

जम्मू, जागरण संवाददाता। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बयान से उत्साहित ऑल पार्टीज माइग्रेंट्स कोआर्डिनेशन कमेटी (एपीएमसीसी) ने कुलगाम जिले के डिप्टी कमीश्नर को पत्र लिखकर दोबारा करमसरस-विष्णुपाद कौसरनाग तीर्थस्थल पर जाने वाले बीस कश्मीरी पंडित यात्रियों के लिए सुरक्षा मांगी है। नागपंचमी के अवसर पर करमसरस-विष्णुपाद कौसरनाग तीर्थस्थल पर जाने के लिए सरकार की ओर से रोके गए तीर्थयात्री अब आने वाले पितृपक्ष के अवसर पर पितरों के श्राद्ध-तर्पण व आत्मा की शांति के लिए कौसरनाग तीर्थस्थल जाना चाहते हैं।

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पत्र संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता किंग सी भारती द्वारा डीसी कुलगाम को लिखा गया है, जिसकी प्रतियां मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह व अन्य सुरक्षा अधिकारियों को भेजी गई हैं। डीसी कुलगाम को लिखे पत्र में एपीएमसीसी नेताओं ने कहा है कि वह स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के उस बयान से काफी उत्साहित हैं कि उन्हें कश्मीरी पंडितों के कौसरनाग तीर्थस्थल जाने से कोई एतराज नहीं है। वास्तव में उनकी यात्रा को रोकने में प्रशासन की मुख्य रूप से गलती है। उमर के उसी बयान के मद्देनजर एपीएमसीसी अब अपने पावन कौसरनाग तीर्थस्थल पर जाना चाहते हैं ताकि वह पवित्र कौसरनाग झील के किनारे समुदाय की उन आत्माओं को शांति के लिए श्राद्ध-तर्पण कर सकें जिन्होंने आतंकियों के हाथों अपनी जानें कुर्बान की हैं।

विदित हो कि इससे पहले 31 जुलाई को नागपंचमी के अवसर पर एपीएमसीसी के चेयरमैन विनोद पंडित ने करमसरस- विष्णुपाद कौसरनाग तीर्थस्थल पर जाने के लिए कुलगाम प्रशासन से यात्रियों की सुरक्षा के साथ जाने की अनुमति भी मांगी थी, जिसे कुछ अलगाववादी तत्वों के दबाव में अनुमति को रद कर दिया था।

विनोद पंडित ने सरकार से पितृपक्ष के अवसर पर कौसरनाग तीर्थस्थल पर जाने के इच्छुक तीर्थयात्रियों की सुरक्षा की मांग की है। एडवोकेट अरुण कांदरू ने भी कश्मीरी पंडित समुदाय में विश्वास बहाली के लिए दोबारा से कौसरनाग यात्रा पर जाने के लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा की सरकार से अपील की है।

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