काशी विश्वनाथ मंदिर पुजारियों का 'कैरेक्टर रोल' लिखेंगे श्रद्धालु
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में अब श्रद्धालु शास्त्रियों-पुजारियों के कार्यों का मूल्यांकन कर सकेंगे। परिसर में उनकी विभिन्न गतिविधियों पर उनकी नजर होगी। किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में श्रद्धालु मंदिर प्रशासन से शिकायत कर सकेंगे और अनियमितता मिलते ही शीघ्र कार्रवाई भी की जाएगी। ऐसा संभव होगा मंदिर के तीन
वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में अब श्रद्धालु शास्त्रियों-पुजारियों के कार्यों का मूल्यांकन कर सकेंगे। परिसर में उनकी विभिन्न गतिविधियों पर उनकी नजर होगी। किसी भी गड़बड़ी की स्थिति में श्रद्धालु मंदिर प्रशासन से शिकायत कर सकेंगे और अनियमितता मिलते ही शीघ्र कार्रवाई भी की जाएगी। ऐसा संभव होगा मंदिर के तीन द्वारों सरस्वती फाटक, ढूंढिराज गणेश व छत्ताद्वार गेट के पास लगने वाली एलसीडी स्क्रीन से। इस पर पुजारियों-शास्त्रियों की पूरी कार्यप्रणाली दिखाई जाएगी।
मंदिर प्रशासन ने पारदर्शिता व भ्रष्टाचार मुक्त परिसर के ध्येय से खुद यह फैसला किया है। कार्यपालक समिति ने तीन दिन पहले बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया था। अब इसे अमली जामा पहनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी अजय अवस्थी ने बताया कि एलसीडी स्क्रीन पर मंदिर के अंदर के आठ विग्रहों पर चल रही गतिविधियां दिन-रात दिखाई देंगी। इनमें नीचे पट्टी के रूप में अधिकारियों के सेलफोन नंबर, मंदिर की ईमेल आइडी और मुख्य कार्यपालक अधिकारी कार्यालय का पता भी प्रदर्शित होता रहेगा, जिन पर श्रद्धालु शिकायत कर सकेंगे।
वास्तव में मंदिर पुजारियों द्वारा अभद्र व्यवहार या भेदभाव की प्रशासन को बीच-बीच में शिकायतें मिलती रही हैं। एक-दो मामलों में कार्रवाई भी की गई लेकिन कई मामलों में सबूत या गवाह न होने से हाथ मलने के सिवा कोई चारा नहीं रहा। ऐसे में प्रशासन ने वैश्विक ख्याति के देवालय में इस तरह की किसी भी गतिविधि को रोकने का प्रयास शुरू किया है। उद्देश्य है परिसर में कोई भी मंदिर की गरिमा के अनुरूप ही आचरण करे। श्रद्धालु भी सुगमता व सरलता से दर्शन-पूजन कर सकें और अच्छी छवि लेकर जाएं।