काशी पहुंचे काबा से खजूर
पवित्र माह रमजान में खजूर की खपत काफी बढ़ जाती है। भारत में सऊदी अरब, ईरान, इराक आदि देशों से खजूर आयात किए जाते हैं।
वाराणसी । पवित्र माह रमजान में खजूर की खपत काफी बढ़ जाती है। भारत में सऊदी अरब, ईरान, इराक आदि देशों से खजूर आयात किए जाते हैं। दालमंडी के दुकानदारों के अनुसार मंहगाई का असर इस बार खजूर के बाजार पर भी पड़ा है। इस कारण भारत में खजूर के दामों में 30 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी हुई है। इस साल बाजार में 100 रुपए से लेकर पांच हजार प्रतिकिलो तक की कीमत में खजूर उपलब्ध हैं।
बनारस में ईराक का बम्बइया खजूर, ईरान का खजूर, बगदाद का हरमनी खजूर की मांग रहती है। साथ ही मदीने की कलमी, अंबर, अजवा, सगई आदि भी लोगों में खासी लोकप्रिय है। वहीं शुगर के मरीजों के लिए बाजार में इस बार शूगर फ्री खजूर अल-नूर आ रही है। अजवा खजूर के बारे में ऐसा माना जाता है कि हुजूर (स.) ने इसे अपने हाथों से लगाया था। खजूर के व्यापारी ने बताया कि सबसे मंहगी खजूर मदीने की सगई खजूर है। इसे अजवा के शहद में डुबोकर जाफरान व अजवा का पाउडर मिलाया जाता है। यह हार्ट मरीजों के लिए काफी लाभकारी होता है