Move to Jagran APP

Ganga Dussehra 2022: गंगा घाट पर जाने का समय नहीं है तो घर पर करें दशहरा की पूजा, इन तरीकों से मिलेगा कई गुना फल

Ganga Dussehra 2022 ऐसे में बता दें कि घर में रहकर भी आप कुछ तरीकों से नहाकर पूर्ण फल प्राप्त कर सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि आप घर पर रहकर किन तरीकों को अपनाकर गंगा दशहरा पर पूर्ण फल प्राप्त कर सकते हैं।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Thu, 02 Jun 2022 10:51 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jun 2022 10:51 PM (IST)
Ganga Dussehra 2022: गंगा घाट पर जाने का समय नहीं है तो घर पर करें दशहरा की पूजा, इन तरीकों से मिलेगा कई गुना फल
Ganga Dussehra 2022:इसके लिए कुछ नियमों को ध्यान में रखते हुए पूजा अर्चना करनी चाहिए।

नई दिल्ली। Ganga Dussehra 2022: गंगा दशहरा ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है। इस बार 9 जून के गंगा दशहरा बनाया जाएगा और बड़ी संख्या में श्रद्वालु गंगा में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना करेंगे। इस दिन गंगा घाट पर जाकर स्नान करने का अनंत फल प्राप्त होता है।

loksabha election banner

लेकिन कुछ लोग अपनी सेहत के चलते या किसी कार्य के चलते गंगा घाट पर नहीं जा पाते हैं। ऐसे में बता दें कि घर में रहकर भी आप कुछ तरीकों से नहाकर पूर्ण फल प्राप्त कर सकते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि आप घर पर रहकर किन तरीकों को अपनाकर गंगा दशहरा पर पूर्ण फल प्राप्त कर सकते हैं।

इंदिरापुरम शक्तिखंड-4 के शिव मंदिर के पंडित कुलदीप शर्मा ने बताया कि अगर विधि-विधान से पूजा पाठ किया जाए तो जो फल गंगा घाट पर पूजा से मिलता है वह घर पर भी प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए कुछ नियमों को ध्यान में रखते हुए पूजा अर्चना करनी चाहिए।

गंगा दशहरे के दिन कैसे करें स्नान

गंगा दशहरा के दिन गंगा घाट नहीं जा पा रहे तो आप गोमूत्र से स्नान कर सकते हैं। 

गंगा दशहरे के दिन गाय के गोबर से स्नान करना भी शुभ माना जाता है।

गंगा दशहरा के दिन गाय के दूध से स्नान करने का बहुत लाभ मिलता है।

गंगा दशहरा के दिन गौदधि यानी गाय के दही से स्नान करने से गंगा मां प्रसन्न होती हैं।

गंगा दशहरा के दिन गाय के घी से स्नान किया जा सकता है।

गंगा दशहरा के दिन आप अपने पानी में कुश घास की पत्तियां मिलाएं और फिर स्नान करें।

गंगा दशहरा के दिन भस्म से स्नान जरूर करें।

गंगा दशहरे का दिन मिट्टी से स्नान किया जा सकता है।

मां गंगा को प्रसन्न करने के लिए गंगा दशहरे के दिन मधु यानी शहद से स्नान करें।

मां गंगा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पवित्र जल से स्नान करें। 

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.