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Buddha Purnima 2022: गौतम बुद्ध के अनमोल विचार, जो देंगे खुशहाल जीवन जीने की नई राह

Buddha Purnima 2022 बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध के जन्मोत्सव और निर्वाण दिवस के रूप में पूरे विश्व में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाते हैं। इस खास मौके पर आप गौतम बुद्ध जी के विचारों के साथ इन तस्वीरों के माध्यम से शुभकामनाएं दे सकते हैं।

By Shivani SinghEdited By: Published: Mon, 16 May 2022 07:33 AM (IST)Updated: Mon, 16 May 2022 10:39 AM (IST)
Buddha Purnima 2022: गौतम बुद्ध के अनमोल विचार, जो देंगे खुशहाल जीवन जीने की नई राह
Buddha Purnima 2022: प्रियजनों को इन संदेशों औऱ तस्वीरों के जरिए दें बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं

नई दिल्ली, Buddha Purnima 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। इसी कारण इस दिन जन्मोत्सव के रूप में बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाती है। भगवान बुद्ध के बचपन का सिद्धार्थ था। बुद्ध पूर्णिमा भारत ही नहीं दुनिया के कई देशों में मनाई जाती है। गौतम बुद्ध से संसार को सत्य की राह में चलने के लिए प्रोत्साहित किया। ऐसे में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर में जानिए भगवान बुद्ध द्वारा दिए गए कुछ उपदेश, जो आपको देंगे जीने की एक नई राह।

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एक जंगली जानवर की अपेक्षा कपटी और दुष्ट मित्र से ज्यादा डरना चाहिए. जानवर बस आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है लेकिन एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को नुकसान पहुंचाएंगा।

जीवनभर बिना ध्यान के साधना करने की अपेक्षा जीवन में एक दिन समझदारी से जीना कहीं अच्छा है।

आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिअए। जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती।

वह जो पचास लोगों से प्रेम करता है उसके पचास संकट हैं, वो जो किसी से प्रेम नहीं करता उसके एक भी संकट नहीं है।

बुराई होनी चाहिए ताकि अच्छाई उसके ऊपर अपनी पवित्रता साबित कर सके।

तीन चीजें ज्यादा देर तक नहीं छुप सकतीं- सूर्य, चंद्रमा और सत्य

दूसरों से लड़ाई करने से अच्छा है तुम खुद पर जीत हासिल करो। इससे तुम्हें कभी कोई दिक्कत नहीं आएगी और हमेशा जीत तुम्हारी ही रहेगी। अगर तुमने खुद पर जीत हासिल कर ली तो तुम्हें कोई पराजित नहीं कर सकता।

जो बुरा समय बीत गया हो उसको याद नहीं करना चाहिए। भविष्य के लिए सपने नहीं देखना चाहिए, बल्कि वर्तमान में ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन होता है। हमेशा क्रोध में रहना, गर्म कोयले को किसी दूसरे पर फेंकने के लिए पकड़े रहने के समान होता है। इसमें हमारा हाथ भी जलता है।

Pic Credit- Freepik

डिसक्लेमर

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