Move to Jagran APP

सनातन संस्कृति में अर्द्धकुंभ का बड़ा महत्व, जानने के लिए पढ़ें खबर

अर्द्धकुंभ सनातन संस्कृति में कई तरह से महत्वपूर्ण है। अर्द्धकुंभ में पड़ने वाले पर्व स्नानों पर गंगा स्नान से मनुष्य को पापों से मुक्ति मिलती है।

By sunil negiEdited By: Published: Tue, 09 Feb 2016 01:16 PM (IST)Updated: Tue, 09 Feb 2016 09:01 PM (IST)
सनातन संस्कृति में अर्द्धकुंभ का बड़ा महत्व, जानने के लिए पढ़ें खबर

हरिद्वार। अर्द्धकुंभ सनातन संस्कृति में कई तरह से महत्वपूर्ण है। अर्द्धकुंभ में पड़ने वाले पर्व स्नानों पर गंगा स्नान से मनुष्य को पापों से मुक्ति मिलती है। यह बात श्रीमज्जदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य ने अर्द्धकुंभ के दूसरे पर्व स्नान पर गंगा स्नान के उपरांत पत्रकारों से वार्ता में कही।
मौनी अमावस्या पर श्रीमज्जदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज ने संतों के साथ गंगा स्नान किया। स्नान के उपरांत उन्होंने हरकी पैड़ी पर अर्द्धकुंभ की सफलता के लिए गंगा-पूजन भी किया। चार फरवरी को सीएम ने भी उनसे भेंट कर अर्द्धकुंभ के दूसरे पर्व स्नान पर गंगा स्नान का आह्वान किया था।

loksabha election banner

इस दौरान उन्होंने कहा कि अर्द्धकुंभ पर्व अत्यंत पुण्यदायी होने के कारण हरिद्वार में गंगा स्नान करने से अनंत पुण्य लाभ प्राप्त होता है, इसीलिए यहां लाखों श्रद्धालु एक स्थान पर एकत्रित होते हैं। उन्होंने कहा कि गंगा यमुना सरस्वती गोदावरी एवं शिप्रा इन नदियों के क्षेत्र में कुंभ और अर्द्धकुंभ मेले का आयोजन किया जाता है।
पढ़ें:-इटली के दंपती को हरिद्वार खींच लाई भागवत गीता और गंगा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.