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इस तरह गंगा को नष्ट करना चाहती है सरकार

स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि सरकार खनन कराकर गंगा को नष्ट करना चाहती है, जबकि इसी से धर्मनगरी और उत्तराखंड की पहचान है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Thu, 20 Apr 2017 02:58 PM (IST)Updated: Thu, 20 Apr 2017 02:58 PM (IST)
इस तरह गंगा को नष्ट करना चाहती है सरकार
इस तरह गंगा को नष्ट करना चाहती है सरकार

हरिद्वार।  मातृ सदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद सरस्वती ने एक बार फिर उत्तराखंड सरकार पर हमला बोला। कहा कि सरकार खनन कराकर गंगा को नष्ट करना चाहती है, जबकि इसी से धर्मनगरी और उत्तराखंड की पहचान है। गंगा में किसी भी तरह के खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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मातृ सदन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा कि खनन माफिया, स्टोन क्रशर स्वामी, सरकार व केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी है। एक ही विषय पर होने के कारण सरकार की मंशा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कहा कि गंगा किनारे 60 स्टोन क्रशर हैं और इनसे यदि प्रतिदिन 10-10 ट्रक भी खनिज निकाला जा रहा है तो साल में 10 महीने खनन होने के चलते 300 दिन में यह संख्या 1,80,000 पहुंच रही है। और सरकार कह रही है कि गंगा में वैध खनन किया जा रहा है।

जबकि 10-10 ट्रक निकलने की बात तो सिर्फ अनुमान के मुताबिक है, लेकिन वर्तमान में एक स्टोन क्रशर से 100 से भी अधिक ट्रक खनन के निकाले जा रहे हैं, जिससे गंगा में बने कई द्वीप गड्ढों में तब्दील हो गए हैं। यदि इसी तरह गंगा में खनन होता रहा तो मातृ सदन इसके खिलाफ एक बार फिर आंदोलन करेगा।


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