कुंभनगरी में संतों की ही चलती है सरकार
किसी ने काले कपड़े पहनकर पंडाल में प्रवेश करना वर्जित कर रखा तो कोई गुटखा-पाऊच खाने पर मनाही कर रहा है। इन नियमों के पीछे संतों द्वारा लोगों को अच्छी सीख देना है।
उज्जैन। कुंभनगरी में कई संतों ने अपने नियम बना रखे हैं। जहां उनकी ही सरकार चलती है। किसी ने काले कपड़े पहनकर पंडाल में प्रवेश करना वर्जित कर रखा तो कोई गुटखा-पाऊच खाने पर मनाही कर रहा है। सीसीटीवी कैमरे को लेकर भी श्रद्धालुओं को अलर्ट किया जाता है। इन नियमों के पीछे संतों द्वारा लोगों को अच्छी सीख देना है।
यहां काले कपड़े पहनकर जाना वर्जित
बड़नगर रोड पर मुल्लापुरा के पास नित्यानंद आम रतलाम के पंडाल में काले कपड़े पहनकर प्रवेश करना वर्जित है। बकायदा गेट पर तैनात आम के संत नर्मदानंद बाबजी के आदेश का पालन कराते हैं। किसी ने यदि काली पेंट या शर्ट पहन रखा है तो उसका प्रवेश वर्जित हो जाता है।
गुटखा खाना प्रतिबंधित, बेटी बचाओ पर जोर
शाजापुुर जिले के दास्ताखेड़ी स्थित पं. विनोद नागर गोविंद जाने का गढ़कालिका मंदिर के पास अन्न्क्षेत्र लगा है। यहां चौबीसों घंटे अन्न्क्षेत्र चलता है। वहीं प्रत्येक को अच्छे संकल्प भी लेना होते हैं। इसके अलावा गुटखा खाने पर प्रतिबंध्ा लगाया गया है। पं. नागर बताते हैं कि तंबाकू-गुटखा शरीर को हानि पहुंचाता है। इसकी लत युवा वर्ग को ज्यादा है। युवाओं को सही दिशा में जोड़ने के लिए तंबाकू-गुटखा खाने वाले का प्रवेश प्रतिबंध्ाित है। वहीं बेटी बचाओ के नारे पर जोर दिया जा रहा है।
सावधान.. आप कैमरे की नजर में
इन दिनों मेला क्षेत्र में कई पंडालों में 'सावधान... आप सीसीटीवी कैमरे की नजर में है" तख्ती लगी हुई नजर आ रही है। इसके पीछे संत व उनके अनुयायियों द्वारा पंडाल की सुरक्षा करना है। मेला क्षेत्र में करीब 5 हजार पंडाल लगे हैं। इनमें से 10 फीसद ऐसे हैं, जहां हाईटेक तरीके से सुरक्षा की जा रही है। कमेड़ स्थित जानकी सेवा संस्थान के पंडाल में पांच कैमरे लगे हैं। जिसके लिए बृृजेशजी महाराज खुद अपने कक्ष से मानीटरिंग करते हैं। मंगलनाथ जोन के कई पंडालों में कैमरों को लेकर तख्तियां लगी हुई है।