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Gemology: रत्न धारण करते समय रखें इन बातों का ध्यान, दूर रहेंगी कई परेशानियां

Gemology ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रत्न धारण करने से व्यक्ति को बहुत लाभ होता है। इसके साथ रत्नों को धारण करने से व्यक्ति को कुंडली में उत्पन्न हो रहे दोष से भी मुक्ति मिलती है और ग्रहों को शांत करने में भी मदद मिलती है।

By Shantanoo MishraEdited By: Published: Fri, 07 Oct 2022 04:45 PM (IST)Updated: Fri, 07 Oct 2022 04:45 PM (IST)
Gemology: रत्न धारण करते समय रखें इन बातों का ध्यान, दूर रहेंगी कई परेशानियां
Gemology: रत्नों को धारण करते समय जरूर रखें इन बातों का ध्यान।

नई दिल्ली, Gemology, Ratna ke Niyam: रत्न शास्त्र में विभिन्न रत्नों से जुड़े कई फायदे बताए गए हैं। इसके साथ यह भी बताया गया है कि इन रत्नो को धारण करने से व्यक्ति के जीवन से कई प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं। लेकिन कई बार ऐसा भी देखा गया है कि कुछ अनजाने में की गई गलतियों के कारण लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रत्न (Ratna Shastra Niyam) अथवा ज्योतिष शास्त्र में रत्न धारण करने के कई नियम बताए गए हैं जिनका पालन करने से व्यक्ति अपने ऊपर आ रही मुसीबतों को टाल सकता है। बता दें कि ग्रहों की कुदृष्टि को शांत करने के लिए रत्नों को धारण किया जाता है। ऐसे में इससे जुड़े नियमों को जानना व्यक्ति के लिए बहुत आवश्यक है।

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रत्न खरीदने से पहले इसे जानें

रत्न की खरीदारी से पहले ज्योतिषाचार्य से जरूर मदद लें। गलत रत्न धारण करने से कई प्रकार की समस्याएं पैदा हो जाती हैं। जिससे जातक को हानि पहुंच सकती है।

ऐसा करने से बचें

बार-बार रत्न को निकालने से बचना चाहिए। ऐसा करने से रत्न का प्रभाव कम हो जाता है और जिस समस्या से छुटकारा पाने के लिए इसे धारण किया है वह भी सिद्ध नहीं हो पता है।

ऐसा रत्न न करें धारण

रत्न धारण करने से पहले एक बार उसे अच्छी तरह परख लें और यह देखें कि क्या रत्न कहीं से टूटा हुआ तो नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि खंडित रत्न को धारण करना अशुभ माना गया है।

उचित समय पर धारण करें

ज्योतिषाचार्य द्वारा बताए गए शुभ समय पर ही व्यक्ति को रत्न छूना चाहिए। अन्य किसी समय पर रत्न का स्पर्श करने से उसका प्रभाव खत्म हो जाता है।

बिलकुल ना करें ये गलती

किसी दूसरे व्यक्ति का रत्न भूलकर भी धारण ना करें और न ही किसी अन्य व्यक्ति को अपना रत्न पहनने के लिए दें। रत्न शास्त्र में इसे अशुभ माना गया है।

इस दिन ना करें रत्न धारण

ज्योतिष विद्वानों के अनुसार व्यक्ति को अमावस्या, ग्रहण अथवा संक्रान्ति के दिन रत्न धारण नहीं करना चाहिए। इससे ग्रह दोष का खतरा बढ़ जाता है और जातक पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।

धातु का रखें ध्यान

सभी रत्न एक खास धातु के साथ ही सक्रीय होते हैं। इसलिए रत्न के साथ-साथ धातु का ध्यान रखना भी बहुत आवश्यक है। ऐसा न करने पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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