नहीं खुला गंगोत्री हाईवे, बदरीनाथ मार्ग भी रहा बाधित
मंगलवार को बदरीनाथ हाईवे पर मलबा आने से हाईवे सात घंटे बंद रहा, जबकि उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे 14वें दिन भी यातायात के लिए नहीं खोला जा सका। प्रशासन ने दूसरे दिन भी उत्तरकाशी के पिलंग और भंकेली गांव में हेलीकाप्टर से खाद्यान्न व जरूरी सामान पहुंचाया। उधर रुद्रप्रयाग में केदारनाथ के लिए 52
देहरादून, जागरण संवाददाता। मंगलवार को बदरीनाथ हाईवे पर मलबा आने से हाईवे सात घंटे बंद रहा, जबकि उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे 14वें दिन भी यातायात के लिए नहीं खोला जा सका। प्रशासन ने दूसरे दिन भी उत्तरकाशी के पिलंग और भंकेली गांव में हेलीकाप्टर से खाद्यान्न व जरूरी सामान पहुंचाया। उधर रुद्रप्रयाग में केदारनाथ के लिए 52 तीर्थयात्री रवाना हुए। राज्य मौसम केंद्र के अनुसार अगले एक-दो दिन देहरादून और नैनीताल में भारी वर्षा की संभावना है, जबकि अन्य स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
चमोली जिले में सोमवार की रात को भारी बारिश से बलदौड़ा व लामबगड़ अवरुद्ध बदरीनाथ हाईवे करीब सात घंटे बाद मंगलवार दोपहर तक खोला जा सका। इसके बाद बदरीनाथ के लिए जहां 45 श्रद्धालु रवाना हुए, वहीं हेमकुंड साहिब में माथा टेकने के लिए गोविंदघाट से 160 श्रद्धालु घांघरिया के लिए रवाना हुए हैं।
रुद्रप्रयाग में मंगलवार को सुबह केदारनाथ के लिए 52 श्रद्धालु सोनप्रयाग से रवाना हुए। तीर्थयात्रियों के साथ सुरक्षा बल भी भेजे जा रहे हैं। उत्तरकाशी में गंगनानी और सुक्की में हो रहे भूस्खलन के चलते गंगोत्री हाईवे बीते 14 दिनों से बंद है। गंगोत्री हाईवे मंगलवार को नेताला, लालढांग, मल्ला में दस घंटे से भी ज्यादा समय तक बाधित रहा। वहीं यमुनोत्री हाईवे सिलाई बैंड के पास भूस्खलन के चलते पांच घंटे तक बंद रहा। पिथौरागढ़ में कैलास मानसरोवर मार्ग को खोलने का काम जारी है, लेकिन अभी मार्ग को यातायात के लिए सुचारू नहीं किया जा सका है। भूस्खलन व बारिश के कारण चार धाम यात्रा लगातार बाधित होने का सिलसिला जारी है।
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