बृहस्पतिवार विशेष: भूलकर भी न करें ये 5 काम, वरना उठाने होंगे ये नुकसान
बृहस्पतिवार के दिन कुछ ऐसे कार्य होते हैं जिनको भूलकर भी नहीं करना चाहिए। यदि आप इन कार्यों को करते हैं तो आपको कई तरह के नुकसान हो सकते हैं।
बृहस्पतिवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, केले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास होता है, इसलिए इस दिन केले के पेड़ की पूजा करने की भी परंपरा है। भगवान विष्णु ज्ञान और सद्बुद्धि का देवता हैं, उनकी पूजा से लक्ष्मी माता की भी कृपा बनी रहती है। बृहस्पतिवार के दिन कुछ ऐसे कार्य होते हैं, जिनको भूलकर भी नहीं करना चाहिए। यदि आप इन कार्यों को करते हैं तो आपको कई तरह के नुकसान हो सकते हैं।
बृहस्पतिवार को न करने वाले कार्य
1. बृहस्पतिवार के दिन महिलाओं को बाल नहीं धोना चाहिए। ऐसा करने से पति और संतान दोनों को हानि होती है। ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में बृहस्पति पति और संतान का कारक होता है। बृहस्पतिवार को बाल धाने से कुंडली में इस ग्रह की स्थिति खराब होती है, प्रभाव में कमी आती है।
2. बृहस्पतिवार के दिन बाल कटाना भी वर्जित है। ऐसा करने से बृहस्पति कमजोर होता है। इस दिन बाल कटाने से इसका दुष्प्रभाव संतान पर पड़ता है। उसकी उन्नति प्रभावित होती है।
3. बृहस्पति को जीव ग्रह माना जाता है, इसका संबंध आयु से होता है। बृहस्पतिवार के दिन नाखून काटना और शेविंग करना वर्जित है। ऐसा करने से बृहस्पति कमजोर होता है। इससे व्यक्ति की आयु प्रभावित होती है।
4. बृहस्पतिवार के दिन कपड़े धोने, पोछा लगाने या घर धोने की मनाही है। वास्तु के अनुसार, बृहस्पति घर के ईशान कोण का स्वामी है। इस कोण का संबंध घर के बच्चों, संतान और धर्म तथा शिक्षा से होता है। इन कामों को करने से आपकी संतान और उसकी शिक्षा प्रभावित होती है।
5. गुरुवार के दिन घर का कबाड़ भी बाहर नहीं निकालना चाहिए। इससे बृहस्पति ग्रह के शुभ प्रभाव में कमी आती है।
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6. यदि आपकी कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर होगा तो आपकी तरक्की रूक सकती है। नौकरी में प्रमोशन में कठिनाई आती है।
7. बृहस्पति कुंडली में दूसरे और 11वें भाव का कारक है। कुंडली में ये स्थान धन के हैं। बृहस्पति के कमजोर होने से व्यक्ति के धन-दौलत में कमी आती है।