Dussehra 2022 Upay: जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए विजयदशमी पर्व के दिन जरूर करें ये आसान उपाय
Dussehra 2022 हर साल आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा पर्व मनाया जाता है। इस दिन जगह-जगह रावण के पुतले का दहन किया जाता है और बुराई पर हुई अच्छाई के जीत का उल्लास मनाया जाता है।
नई दिल्ली, Dussehra 2022 Upay: 5 अगस्त को देशभर में विजयदशमी पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाएगा। हिन्दू धर्म में इस दिन को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। इस दिन भगवान श्री राम ने लंकपति रावण का वध कर बुराई पर विजय प्राप्त किया है। तब से इस दिन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। किवदंतियों के अनुसार इस दिन (Vijay Dashami 2022) मां दुर्गा ने सृष्टि में हाहाकार मचा रहे महिषासुर राक्षस का वध किया था। धार्मिक दृष्टिकोण के साथ-साथ यह दिन ज्योतिष के लिहाज से भी बहुत महत्वपूर्ण है। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जिन्हें विजय दशमी पर्व पर करने से व्यक्ति के सभी दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं। आइए जानते हैं विजयदशमी पर्व के दिन किन उपायों को करने से मिलता है व्यक्ति को लाभ।
दहशरा पर्व पर जरूर करें ये आसान उपाय
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धन-समृद्धि के लिए- विजयदशमी पर्व के दिन शाम के समय माता लक्ष्मी का ध्यान करते हुए मंदिर में झाडूं दान करें। इससे धन और समृद्धि में वृद्धि होती है।
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कोर्ट-कचहरी के मामलों से मुक्ति के लिए- दशहरे के दिन कोर्ट कचहरी के मामलों से छुटकारा पाने के लिए शमी के पेड़ के नीचे दीपक जलाएं। ऐसा करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
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नौकरी-व्यापार में बरकत के लिए- नौकरी व्यापर में आ रही परेशानी को दूर करने के लिए 'ॐ विजयायै नम:' मंत्र का जाप करते हुए माता का पूजन कर उन्हें 10 फल अर्पित करें और फिर उन फलों को गरीबों में बांट दें।
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विजय के लिए प्राप्ति के लिए- अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्ति के लिए विजयदशमी पर्व के दिन नीलकंठ पक्षी के दर्शन जरूर करें। ऐसा करने से कई प्रकार के दुःख दूर हो जाते हैं।
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कारोबार के लिए- कारोबार में हो रहे घाटे को रोकने के लिए दशहरे के दिन एक नारियल सवा मीटर पीले वस्त्र में लपेटकर एक जोड़ा जनेऊ, सवा पाव मिष्ठान्न के साथ अपने घर पास बने मंदिर में दान कर दें।
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आर्थिक वृद्धि के लिए - आर्थिक वृद्धि के लिए दशहरे का दिन सबसे उपयोगी माना जाता है। इस 43 दिनों तक कुत्ते को प्रतिदिन बेसन के लड्डू खिलाने से लाभ मिलता है।
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संकटों से मुक्ति के लिए- भविष्य में आने वाली सभी प्रकार के संकट और परेशानियों से मुक्ति के लिए विजयदशमी के दिन सुंदरकांड का पाठ जरूर करें।
डिसक्लेमर
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