कदम थिरके तो देखती रह गई ब्रज भूमि
राधा-कृष्ण की नगरी में कला प्रेमियों की साधना। कान्हा की नगरी में भगवान राम की लीला से जुड़े भावों में जैसे वह अवतरित हो गए हों। तुलसीदास की रचना और पदों पर कथक नृत्य में ऐसा ही था। कलाकारों का उत्कृष्ट प्रदर्शन देख राज्यपाल बीएल जोशी भी गदगद हो गए। उन्होंने हार्दिक समर्पण कर स्वामी हरिदासजी
मथुरा, वृंदावन, जागरण संवाददाता। राधा-कृष्ण की नगरी में कला प्रेमियों की साधना। कान्हा की नगरी में भगवान राम की लीला से जुड़े भावों में जैसे वह अवतरित हो गए हों। तुलसीदास की रचना और पदों पर कथक नृत्य में ऐसा ही था। कलाकारों का उत्कृष्ट प्रदर्शन देख राज्यपाल बीएल जोशी भी गदगद हो गए। उन्होंने हार्दिक समर्पण कर स्वामी हरिदासजी को भावांजलि दी। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष आयोजन के समय मुझे याद रखिएगा।
राच्यपाल बीएल जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने पहली बार ऐसा रसपूर्ण कार्यक्रम देखा है। उन्होंने स्वामी हरिदासजी के स्मरण में रामस्वरूप पंडाल में आयोजित महोत्सव को उम्मीद से अधिक उम्दा बताया। पूरा समय न दे पाने के लिए अफसोस जताया। राच्यपाल ने अगले वर्ष पूरा समय देने का वादा किया। इससे पूर्व राच्यपाल ने स्वामी हरिदास की छवि के समक्ष दीप प्र“वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। राच्यपाल बीएल जोशी स्व. कन्हाई चित्रकार के छटीकरा रोड स्थित आवास पर भी पहुंचे। स्व. कन्हाई से जुड़े स्मरणों को परिजनों के साझा किया। इसके बाद राज्यपाल बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन करने पहुंचे।
इस अवसर पर कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर, चेयरमैन मुकेश गौतम, आयोजन समिति के सचिव आचार्य गोपी गोस्वामी, डीएम विशाल चौहान, एसएसपी गुलाब सिंह, सीओ सदर अतुल श्रीवास्तव, कार्यक्रम संचालिका सुनीता बुद्धिराजा तथा साधु-संत व गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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