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गंगोत्री हाईवे 13वें दिन भी नहीं खुला

गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी में 13वें दिन भी नहीं खुल पाया। उत्तरकाशी की असीगंगा घाटी में जिला प्रशासन ने प्रभावित गांव में हेलीकाप्टर से खाद्यन्न सप्लाई शुरू कर दी है। चमोली में बदरीनाथ हाइवे लामबगड़ में दिनभर बंद रहा। हालांकि सांय को छोटे वाहनों के लिए हाइवे खोल दिया गया है। सोमवार को बदर

By Edited By: Published: Tue, 12 Aug 2014 03:50 PM (IST)Updated: Tue, 12 Aug 2014 03:51 PM (IST)
गंगोत्री हाईवे 13वें दिन भी नहीं खुला

देहरादून, जागरण संवाददाता। गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी में 13वें दिन भी नहीं खुल पाया। उत्तरकाशी की असीगंगा घाटी में जिला प्रशासन ने प्रभावित गांव में हेलीकाप्टर से खाद्यन्न सप्लाई शुरू कर दी है। चमोली में बदरीनाथ हाइवे लामबगड़ में दिनभर बंद रहा। हालांकि सांय को छोटे वाहनों के लिए हाइवे खोल दिया गया है। सोमवार को बदरीनाथ व हेमकुंड साहिब करीब 300 यात्री पहुंचे। रुद्रप्रयाग में केदारनाथ के लिए 28 यात्री सोनप्रयाग से रवाना हुए। यात्रियों के साथ सुरक्षा बल के दस जवान भी साथ रहे। मौसम विभाग के अनुसार अगले एक-दो दिन बारिश की संभावना बनी रहेगी।

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उत्तरकाशी में सुक्की बैंड व लालढांग में भी हाईवे के बंद होने व खुलने का सिलसिला जारी रहा। इस स्थिति के कारण गंगोत्री धाम समेत उपला टकनौर क्षेत्र पूरी तरह अलग थलग पड़े हैं। असीगंगा घाटी के करीब एक दर्जन गांव पूरी तरह जिला मुख्यालय से कट गए हैं। करीब तीन हजार की आबादी वाले इन गांवों में खाद्यान्न संकट को देखते हुए जिला प्रशासन हेलीकाप्टर की मदद ले रहा है। सोमवार को हेलीकाप्टर से इन क्षेत्रों में खाद्यान्न पहुंचाया गया। दूसरी ओर यमुनोत्री हाईवे भी सिलाई बैंड के समीप भूस्खलन से बाधित रहा। लोनिवि राजमार्ग निर्माण खंड की मशीनों ने दोपहर तक सड़क दुरुस्त कर आवाजाही शुरू कराई।

रुद्रप्रयाग में सोमवार सुबह केदारनाथ में हल्की बारिश हुई। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन प्रतिदिन दस सुरक्षा बलों की टीम तीर्थयात्रियों के साथ रवाना कर रही है। वहीं, गौरीकुंड हाईवे के साथ ही बदरीनाथ हाईवे पर आवाजाही पूरे दिन सुचारु बनी रही।

चमोली में रविवार रात को भारी बारिश से बदरीनाथ हाइवे लामबगड़ स्लाइड जोन व लामबगड़ नाले में अवरुद्ध हुआ। लामबगड़ नाले में तो 15 मीटर हाइवे बह गया था। वहीं मैठाणा भूस्खलन जोन में ट्रक फंसने से चार घंटे हाइवे बंद रहा। हालांकि इस दौरान लोग नंदप्रयाग सैकोट कोठियालसैंण मोटर मार्ग से आवाजाही करते रहे। बीआरओ के जवानों ने सुबह से ही हाइवे बनाने का काम शुरू किया। पिथौरागढ़ में कैलास मानसरोवर मार्ग को खोलने का काम जारी है, लेकिन सोमवार शाम तक मार्ग नहीं खोला जा सका।

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