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तुला में पहुंचे गुरु बृहस्पति: ऐसे बढ़ाऐंगे विद्यार्थियों का ज्ञान...

ज्योतिष के अनुसार बृहस्पति को गुरु या देवगुरु कहा जाता है। इन्हें सभी ग्रह से अत्यधिक शुभ ग्रह माना जाता है। यह शिक्षण, शिक्षा और ज्ञान के प्रसार से संबद्ध है।

By chandramohan.mishraEdited By: Published: Tue, 12 Sep 2017 03:29 PM (IST)Updated: Tue, 12 Sep 2017 03:55 PM (IST)
तुला में पहुंचे गुरु बृहस्पति: ऐसे बढ़ाऐंगे विद्यार्थियों का ज्ञान...
तुला में पहुंचे गुरु बृहस्पति: ऐसे बढ़ाऐंगे विद्यार्थियों का ज्ञान...

शशिशेखर त्रिपाठी

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ज्ञान गुरु है। ज्ञान देने वाले को गुरु कहा जाता है। गुरु का संबंध शिक्षा देना, धर्म के अनुसार संस्कार देना, आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करने से है। गुरु का अर्थ है भारी।  ज्ञान सभी से भारी है अर्थात महान है अतः गुरु शब्द प्रयुक्त होता है। 12 सितंबर से गुरु कन्या राशि से स्थानांतरित होकर तुला राशि में पधार रहे हैं। सात्विक देवगुरु वृहस्पति राजसिक गुरु शुक्राचार्य के घर तुला राशि में जा रहे हैं। तुला राशि में देव गुरु न्यायप्रिय, संतुलन बनाने वाला लौकिक और परालौकिक दोनों क्षमताओं से संपन्न होगा। तुला राशि का स्वामी शुक्र वृहस्पति की राशि मीन में अपनी श्रेष्ठतम उच्चता को प्राप्त करते है, इसलिए देवगुरु एवं दैत्यगुरु में अन्योन्याश्रित संबंध है। वैसे गुरु का संबंध जीवन के विभिन्न आयामों से होता है, किन्तु गुरु का संबंध सबसे अधिक ज्ञान से है। इसलिए गुरु के इस बदलाव का सभी राशियों पर विद्यार्थियों के जीवन में क्या असर होगा इस विषय पर हम लोग चर्चा करते हैं।

मेष - विद्यार्थियों के लिए आने वाले 12 महीने अच्छे परिणाम लाने वाले होंगे। मन लगाकर पढ़ाई करनी होगी। अभी तक यदि मन मुताबिक परीक्षा में नंबर नहीं आए हैं तो इस बार मेहनत करिए अच्छे नंबर आएंगे। मेधावी विद्यार्थियों से मित्रता करने का समय है। मित्रों के साथ पढ़ाई करें और खाली समय में मनोरंजन करने के बजाए बौद्धिक बातचीत करनी चाहिए। स्वयं की तुलना मित्रों से करके हीनभावना बिल्कुल नहीं उत्पन्न करनी चाहिए। जो मित्र पढ़ने में अच्छे हैं मेहनत करते हुए उन्हीं की तरह बनें। लग्जरी से थोड़ा दूर रहना चाहिए। मोबाइल - कंप्यूटर में  गेम्स खेलने की आदत हो तो उसे कम या बंद कर देना चाहिए। पढ़ाई करने का अच्छा समय है। दिन भर खेलने वाले और मनोरंजन करने वाले सहपाठियों से बचकर रहना होगा, क्योंकि यह विद्यार्थी के अनमोल समय को खराब कर देंगे, उस समय तो मनोरंजन अच्छा लगेगा लेकिन उसके दुष्परिणाम रिजल्ट पर दिखाई दे सकते हैं। माध्यमिक शिक्षा के विद्यार्थियों को मन में किसी के प्रति ईर्ष्या नहीं रखनी चाहिए।  

वृष - अब आलस्य त्याग कर पढ़ाई में जुटना होगा। आपका दिमाग अच्छा है, लेकिन पढ़ाई में मन नहीं लग पा रहा है। अब गुरु के तुला राशि में प्रवेश करने के बाद पढ़ाई में मन लगेगा और आपको स्वयं भी आलस्य त्याग कर पढ़ना होगा। कोई भी चैप्टर पेंडिग में न रखें। स्कूल या कालेज में जो पढ़ाया जाए उसको घर आकर तत्काल समाप्त कर दें क्योंकि पढ़ाई कल पर नहीं टालनी चाहिए। कुछ चैप्टर आपको कठिन लगेंगे लेकिन आपको उनसे भयभीत नहीं होना है और न ही उनसे बचना है। ध्यान से उनको समझने का प्रयास करें। पढ़ाई को थोड़ा प्रोफेशनल तरीके से पढ़ते हुए पूर्वपरीक्षाओं में जिन चैप्टरों से अधिक प्रश्न आए हों उनको पहले तैयार करना चाहिए। यारी दोस्ती में अपने समय को व्यर्थ करने का यह उजित समय नहीं है। इस समय आपके मित्रों की संख्या में वृद्धि होगी जिसका कुप्रभाव पढ़ाई पर पड़ेगा। मार्च से जुलाई के मध्य होने वाली परीक्षाओं को गंभीरता से लेना होगा।

मिथुन - अब समय आ गया है अपनी प्रतिभा दिखाने का। विद्यार्थी इस बात को अच्छी तरह समझ लेगें कि पढ़ाई करना अनिवार्य एवं महत्वपूर्ण है। नियम बनाकर प्रतिदिन पढ़ाई करनी होगी। किसी भी मित्र से विवाद नहीं करना चाहिए क्योंकि इस समय सहपाठियों के साथ मनमुटाव व विवाद हो सकता है। आपको केवल पढ़ाई पर ध्यान रखना चाहिए। अपने टैलेंट को समझते हुए उसको तराशने की आवश्यकता है। स्कूल में किसी भी साथी या टीचर को कुछ भी ऐसा न बोलें जिससे विवाद हो या आपकी इमेज खराब हो। अपनी रीडिंग पावर को बढ़ाना चाहिए। जो विद्यार्थी शोध या हायर स्टडी में हैं उनके लिए यह समय अच्छा है। अपने विषय को गहराई से समझते हुए उस पर पकड़ मजबूत करनी होगी। मार्च से जुलाई के बीच अचानक मन में ओवर कॉन्फिडेंस आ सकता है कि हमने सब पढ़ लिया है या मुझे सब याद है। ऐसी स्थिति से बचें क्योंकि परीक्षा के दौरान याद की हुई चीज स्लिप हो सकती है। जुलाई से अक्टूबर के बीच मन में भ्रम की स्थिति बन सकती है।

कर्क - माध्यमिक शिक्षा के विद्यार्थियों के लिए समय प्रैक्टिस को महत्व देने का है। याद करने के बाद लिखकर उसका अभ्यास करना बहुत ही आवश्यक है। यदि मां पढ़ाई के विषय में कुछ कहें तो उनकी आज्ञा को सबसे ऊपर रखना होगा। अन्य ग्रहों की स्थिति कुछ भ्रमित करने का प्रयास करेगी, लेकिन अपने मन को भटकने नहीं देना है। गुरु की दृष्टि कर्मक्षेत्र में रहेगी इसलिए मेहनत की जाए तो परीक्षा में नंबर अच्छे आ सकते हैं। यह समय भाग्य के भरोसे बैठने का नहीं है। अपनी मेहनत से भाग्य निर्माण करना ही लक्ष्य होना चाहिए। सुबह जल्दी उठकर याद करना चाहिए।

सिंह - अपने पराक्रम का प्रदर्शन करना होगा। पाठ्यक्रम के अलावा भी अपनी बुद्धि का प्रयोग करते हुए दूसरे सहपाठियों से स्वयं को अलग रखना होगा। हैंडराइटिंग पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। जो विद्यार्थी स्पोर्ट्स स्कूल या कालेज में अध्ययन कर रहे हैं उनके लिए यह समय अच्छा है। स्वयं की हानि करते हुए मित्रों को लाभ पहुंचाने वाले परोपकार से बचकर रहना चाहिए। अपनी बुक्स, कॉपी या नोट्स को संभालकर रखना चाहिए। अपने महत्वपूर्ण नोट्स व अपनी टैक्नीक शेयर नहीं करनी चाहिए। आपकी यही टैक्नीक आपको दूसरों से अलग करते हुए उच्चता पर पहुंचा रही है। पुरुषार्थ में बिल्कुल कमी न आने दें।  

कन्या - प्रारम्भिक शिक्षा के विद्यार्थियों के लिए समय उत्तम है। छोटे बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी, परीक्षाफल में अच्छे परिणाम आएंगे। एकांत में अपनी पढ़ाई करें। खेलने से पहले अपनी रोज की पढ़ाई समाप्त कर लेनी चाहिए। अपने टीचर का सम्मान करना होगा। पढ़ाई करने के बाद याद किया हुआ विषय घर के बुजुर्ग को अवश्य सुनाना चाहिए। शोध छात्र-छात्राओं के लिए यह गुरु का संचरण लाभकारी रहेगा। मार्च से जुलाई के मध्य अपने पेंडिंग प्रोजेक्ट को समाप्त करना चाहिए। मार्च के बाद अपनी वाणी पर भी नियंत्रण रखना चाहिए। किसी भी सहपाठी व अन्य किसी को भी अपशब्द बोलने से बचना होगा।  

तुला - तुला में गुरु का प्रवेश बहुत महत्वपूर्ण है। तुला राशि वाले विद्यार्थी 12 महीने पढ़ाई का भार महसूस करेंगे। स्कूल, ट्यूशन आदि में बहुत अधिक व्यस्तता रहेगी। इस राशि वाले विद्यार्थियों को पढ़ाई अधिक करनी पड़ेगी, लेकिन इसको बोझ नहीं समझना चाहिए। अपने भविष्य को उज्ज्वल करने का मुख्य माध्यम समझना चाहिए। तुला राशि वालों को पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा। हंसते खेलते पढ़ाई करनी चाहिए। नियमित आउटडोर गेम्स भी खेलने चाहिए या व्यायाम पर भी ध्यान देना चाहिए। मानसिक रूप से बिल्कुल तनाव नहीं लेना चाहिए।
 

वृश्चिक - पढाई के साथ-साथ अपनी बुक्स, नोटबुक आदि महत्वपूर्ण चीजों की सुरक्षा करनी होगी। गुरु के तुला राशि में पहुंचने के कारण कुछ याददाश्त कमोजर होगी। विद्यार्थियों को नियमित रूप से रिवीजन करने की आवश्यकता रहेगी। किसी भी प्रकार की लापरवाही परीक्षाफल में निराशा ला सकती है। मेहनत करनी होगी। फरवरी से जुलाई के बीच की गई मेहनत रंग लाएगी। किसी सहपाठी को अपने नोट्स या बुक देनी पड़े तो सॉफ्ट कॉपी या जेरॉक्स कॉपी के रूप में ही देनी चाहिए। ऐसा कार्य करना होगा कि आपके नोट्स आपके पास भी रहें और जिसकी मदद करना चाहते हैं उसकी मदद भी हो जाए। हायर स्टडी करने वाले विद्यार्थियों ने यदि विदेश में शिक्षा प्राप्त करने का कोई आवेदन किया है तो उसमें अवसर प्राप्त होने की प्रबल संभावनाएं हैं।

धनु - पढ़ाई में दिमाग लगेगा। स्लेबस समय पर खत्म करते हुए अच्छे परिणाम प्राप्त करेंगे। लिख-लिख कर याद करना प्रमुख कार्य होना चाहिए। आलस्य से बचना होगा गुरु का संचरण विद्यार्थी में आलस्य की मात्रा बढ़ा सकता है। विद्यार्थियों को बडों का सहयोग लेना चाहिए। यदि कोई विषय कमजोर लगे तो उसके लिए ट्यूशन या स्कूल में टीचर से सहयोग लेना चाहिए। विशेष बात यह है कि धनु राशि के कमजोर विद्यार्थियों को अपनी कमियों को बिल्कुल भी छिपाना नहीं चाहिए। अपनी कमजोरी को दूर करने का यह समय सर्वोत्तम है। जून से अगस्त तक अपनी बेसिक कमजोरियों को दूर करने का कार्य करना चाहिए।   

मकर - माध्यमिक शिक्षा के विद्यार्थियों की उन्नति होगी। क्लास और टीचरों की निगाह में इमेज अच्छी होगी। पढ़ाई के साथ-साथ विद्यालय के रंगारंग कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेना चाहिए। जो विद्यार्थी हायर स्टडी के लिए विदेश जाने या विदेशी विद्यालय से अध्ययन करना चाहते हैं उन्हें सफलता मिलेगी। वहीं उनके लिए करियर चुनने में भी मदद मिलेगी। उन मित्रों से बचकर रहें जो आचरण से ठीक नहीं हैं। ग्रहों की स्थिति के अनुसार गुणवान मित्रों का मिलना कुछ दुर्लभ रहेगा।

कुंभ - गुरु की दृष्टि मस्तिष्क में पड़ने के साथ-साथ मति को अच्छा बनाएगी। कुंभ राशि के विद्यार्थियों में और अधिक बुद्धि का विकास होगा। मेधा उत्पन्न होगी। पढ़ाई में मेहनत करने की भावना का जन्म होगा। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों को सफलता प्राप्त होने की प्रबल संभावनाएं बनेंगीं। करियर के लिए तैयारी करने वालों को नए-नए अवसर प्राप्त होंगे। ईर्ष्या से ग्रसित लोगों की बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। अपने ज्ञान और गुणों में निरंतर वृद्धि करते हुए सफलता की ओर अग्रसर होंगे।

मीन - पढ़ाई करते समय रटने से ज्यादा समझने पर जोर देना चाहिए। इन 12 महीनों में आपकी छोटी-छोटी यात्राएं अधिक हो सकती हैं जिसकी वजह से आपकी पढ़ाई कई बार ब्रेक होगी। विद्यार्थियों को पढ़ाई पर ध्यान देना होगा। मन लगाकर गहराई से पढ़ना होगा क्योंकि परीक्षा में अच्छे नंबर लाने के लिए बहुत मेहनत करनी होगी। वहीं, भ्रम की स्थिति भी बन सकती है। खासतौर पर चकाचौंध वाली दुनिया ज्यादा आकर्षित करते हुए पढ़ाई से भटका सकती है। अभी तक जिस प्रकार का परीक्षाफल आ रहा होगा उससे बेहतर नंबर लाने के लिए कठिन परिश्रम करना होगा।

गुरु की गति….

12 सितम्बर-2017                 - तुला राशि में प्रवेश (चित्रा नक्षत्र)

13 अक्टूबर-2017                   - अस्त

14 अक्टूबर-2017                       - स्वाती नक्षत्र मे प्रवेश करेंगे।

10 नवम्बर-2017                   - उदित

17 दिसम्बर-2017                   - विषाखा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।

10 मार्च-2018                     - विषाखा नक्षत्र में वर्की हो जाएंगे।

18 जून-2018                     - वर्की होंगे

11 जुलाई-2018                     - मार्गी हो जाएंगे।

03 अगस्त-2018                   - विषाखा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे।

11 अक्टूबर-2018                       - तुला राशि से वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे।


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