Happy Bihu 2019 Images and Wishes : दोस्तों और रिश्तेदारों को इस तरह बीहू पर्व की बधाई दें
Happy Bihu 2019 Wishes and Images बीहू पर्व की बधाई इन शुभकामना संदेशों के जरिए अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को दें। असम में 15 अप्रैल को प्रसिद्ध बीहू का पर्व मनाया जा रहा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। असम में 15 अप्रैल यानी आज बिहू पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। किसान मौसम की पहली फसल घर लाने की खुशी में इस त्योहार को मनाते हैं। इस दिन शबराई देवता को फसल भेंट कर उनकी पूजा की जाती है। माना जाता है कि इससे घर में सुख समृद्धि आती है। इस पर्व पर खास मिठाई पीठा देकर दोस्तों और रिश्तेदारों को बधाई दी जाती है और लोकगीतों पर लोकनृत्य की परंपरा निभाई जाती है। आप अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को यह संदेश भेजकर बीहू पर्व की शुभकामनाएं दें।
1: मान मिले सम्मान मिले
सुख समृद्धि का वरदान मिले
हैप्पी माघ बीहू
2: प्रकृति की लीला है छाई
सभी को दिल से बीहू पर्व की बधाई।
Bihu 2019: जानें इस पर्व का महत्व, सेलिब्रेशन और अन्य रोचक बातें
3: नव दीप जले नव फूल खिले
जीवन को नित नई बहार मिले
बीहू के पावन त्योहार पर
ईष्ट देव शबराई का आशीर्वाद मिले
4: लक्ष्मी का हाथ हो सरस्वती का साथ हो
गणेश का निवास हो और मां का आशीर्वाद हो
माघ बीहू की शुभकामनाएं
5: आपका हर गम दूर हो
खुशियों से भरपूर हो
बीहू की शुभकामनाएं
6: नई उमंग है नई राह है
नई तरंग है नई चाह
नई खुशियों संग नई फसल
बीहू की खूब बधाई
7: पल पल से बनता है एहसास
एहसास से बनता है विश्वास
विश्वास से बनते हैं जहां के रिश्ते
और रिश्तों से बनता है आप जैसा खास
मुबारक हो आपको माघ का मास
8: पर्व की पावन बेला में
है यही शुभ संदेश हमारा
हर रोज आए आपके जीवन में
लेकर खुशियां विशेष
हैप्पी रोंगाली बिहू
9: नया सवेरा नई किरण के साथ
नया दिन प्यारी सी मुस्कान के साथ
आपको मुबारक हो त्योहार
ढेर सारी दुआओं के साथ
माघ बीहू की शुभकामनाएं।
10: छोटों को करो प्यार
बड़ों को दो सम्मान
यह संकल्प लेकर
मनाओ बीहू का त्योहार
11: नया दिन, नई सुबह
चलो मनाएं एक साथ
है यह बीहू त्योहार
दुआ करें रहें हम साथ साथ
12: खुशियां आएं, सुख-समृद्धि आएं
घर आपके साक्षात भगवान पधारें
करके कृपा आप पर अपनी
हसरतें सारी आपकी पूरी करें
बीहू पर्व की खूब बधाई
पीठा मिठाई और तिल के लड्डू बनाने की परंपरा, शबराई को पूजते हैं लोग
बीहू पर्व असम का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है। यह त्योहार साल में तीन बार मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन खेतों से कटकर घर आई फसल की खुशी में ईष्ट देव शबराई की पूजा अर्चना की जाती है। इस पर्व पर लोग रंग बिरंगे कपड़े पहनते हैं और घरों को रंगोली से सजाते हैं। इस अवसर पर खास मिठाई पीठा बनाई जाती है। इसके अलावा तिल के लड्डू और नारियल के लड्डू भी बनाने की परंपरा है। असम के लोग इस दिन अपने ईष्ट देव शबराई का पूजन कर सुख समृद्धि का वरदान मांगते हैं। उन्हें तिल के लड्डू अर्पित किए जाते हैं। इसके अलावा किसान अपने जानवरों को भी पूजते हैं और उन्हें घर का भोजन खिलाते हैं। लोग प्रियजनों को फूल और गमछा भी भेंट करते हैं। नव युवक इस दिन ढोल, पेपा, गगना के धुनों पर नव युवतियों के साथ बिहू नृत्य करते हैं।