लाख से अधिक नदी प्रहरी नियुक्त, शिप्रा नदी के घाटों पर भी करेंगे महाआरती
देश में नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए साध्वी प्रज्ञा भारती ने एक लाख से अधिक नदी प्रहरी नियुक्त किए हैं।
उज्जैन। देश में नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए साध्वी प्रज्ञा भारती ने एक लाख से अधिक नदी प्रहरी नियुक्त किए हैं। ये महत्वपूर्ण नदियों के तट पर प्रहरी प्रतिदिन संध्या आरती के साथ सफाई करते हैं। मां शिप्रा की महाआरती के साथ साध्वी महाअभियान चलाएंगी।
साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि माहभर में पांच हजार प्रहरी शिप्रा तट पर नियुक्त किए जाएंगे। साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि भारतीय संस्कृति प्रकृति के प्रति भी पूज्य भाव रखती है। इनका संरक्षण करना समाज का धर्म है।
वेदरतन सेवा प्रकल्प के माध्यम से देश की सभी नदियों के उद्गम से लेकर घाट तक आरती के माध्यम से जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के राजिम में आयोजित कुंभ के अवसर पर तीन हजार लोगों ने नदी को मुक्त रखने का संकल्प लिया था। आरती के जरिए पारंपरिक जलस्रोत को बचाने की मुहिम चलाई जा रही है। साथ में लोगों से अपील की जा रही है कि जल को बचाने के लिए अभियान को आगे बढ़ाएं।
शैलजा मां को महामंडलेश्वर बनाए जाने की संभावना
सहज योगिनी शैलजा मां को सिंहस्थ में महामंडलेश्वर बनाए जाने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार इसे लेकर दो अखाड़ों में मंथन चल रहा है, हालांकि इसका खुलासा अभी नहीं किया जा रहा है। भूखीमाता तिराहे के पास सहज योग का भव्य शिविर लगाया गया है। इस संबंध में चर्चा करने पर शैलजा मां ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि योग के जरिए देश में लोगों का प्राकृतिक इलाज करने में व्यस्त हूं। हालांकि उन्होंने इस बात से भी इनकार नहीं किया कि वे भविष्य में महामंडलेश्वर नहीं बनेगी।
पेंटून ब्रिज हो गए बंद
करोड़ों स्र्पए खर्च कर शिप्रा नदी पर आधा दर्जन पेंटून ब्रिज बनाए गए हैं किंतु कर्कराज मंदिर व भूखी माता मंदिर के पास बना पेंटून ब्रिज बंद है। इससे इस पार से उस पार जाने में श्रद्धालुओं को परेशानी के साथ पुल पार करना पड़ रहा है। साधुओं के साथ आमजन भी परेशान हैं। जिम्मेदार अफसरों का कहना है कि शाही स्नान के दौरान भीड़ प्रबंधन के लिए पुल बनाए गए हैं।