Vijaya Ekadashi 2021: सफलता प्राप्ति के लिए आज करें विजया एकादशी व्रत, जानें पूजा मुहूर्त, पारण समय एवं महत्व
Vijaya Ekadashi 2021 हिन्दी पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी का व्रत रखा जाता है। शत्रुओं को परास्त करने के लिए और अपने कार्यों में सफलता प्राप्ति के लिए विजया एकादशी का व्रत किया जाता है।
Vijaya Ekadashi 2021: हिन्दी पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को विजया एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस वर्ष विजया एकादशी का व्रत आज यानी 09 मार्च दिन मंगलवार को है। इस दिन शुभ मुहूर्त में व्रत रखते हुए विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। शत्रुओं को परास्त करने के लिए और अपने कार्यों में सफलता प्राप्ति के लिए विजया एकादशी का व्रत किया जाता है। जागरण अध्यात्म में आज हम आपको विजया एकादशी व्रत के पूजा मुहूर्त और उसके महत्व के बारे में बता रहे हैं।
विजया एकादशी 2021 मुहूर्त
फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ कल दोपहर 03 बजकर 44 मिनट से हुआ है, जो आज 09 मार्च को दोपहर 03 बजकर 02 मिनट तक रहेगा। उदया तिथि 09 मार्च को प्राप्त हो रही है, इसलिए विजया एकादशी का व्रत 09 मार्च को रखा जाएगा।
विजया एकादशी व्रत पारण समय
एकादशी व्रत रखने वालों को व्रत का पारण द्वादशी तिथि के समापन से पूर्व कर लेना चाहिए। विजया एकादशी व्रत का पारण आप 10 मार्च को प्रात: 06 बजकर 36 मिनट से सुबह 08 बजकर 58 मिनट के बीच कर सकते हैं। पारण करने के दिन द्वादशी तिथि का समापन दोपहर 02 बजकर 40 मिनट पर हो रहा है।
विजया एकादशी व्रत का महत्व
विजया एकादशी का व्रत महत्व आप उसके नाम से ही समझ सकते हैं। विजया का अर्थ है विजय की प्राप्ति अर्थात् आपको किसी अभिष्ट कार्य में सफलता प्राप्त करनी है तो आपको विजया एकादशी का व्रत करना चाहिए। भगवान श्रीराम ने लंका विजय और समुद्र पार करने के लिए विजया एकादशी का व्रत किया था।
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