इस माह पड़े दो सोम प्रदोष, पहला 11 को हो चुका दूसरा है आज ऐसे करें पूजा
जून माह में दो प्रदोष व्रत पड़ेंगे और दोनों ही सोम प्रदोष हैं। जिसमें पहला 11 जून को को हो चुका और दूसरा 25 जून को है। पंडित दीपक पांडे से जाने इस दिन कैसे करें पूजा।
बनेगा विशेष योग
इस माह 11 जून 2018 और 25 जून को सोम प्रदोष है 11 जून को सोमवार के दिन भरणी नक्षत्र और शिवजी का दिन या शिव पूजा की तिथि और सुकर्मा योग होगा जो एक विशेष संयोग है। यू प्रदोष हर बार होता है किंतु सोमप्रदोष हो तो उसका महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है तथा व्रत रखा जाता है।
ऐसे करें पूजा
प्रदोष व्रत में दिन भर निराहार रहकर सूर्यास्त से पूर्व स्नान आदि से निवृत होकर प्रदोष काल में भगवान शिव की पंचोपचार पूजा करनी चाहिए तथा शिव तांडव स्त्रोत एवं प्रदोष स्त्रोत का पाठ करना चाहिए। साथ ही यथासंभव शिव पंचाक्षरी मंत्र 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करना चाहिए। संभव हो तो मंत्र पाठ के उपरांत प्रदोष की कथा का श्रवण करना चाहिए। इसके अतिरिक्त सर्व सुलभ जल से जब शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है तो शिवजी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
मलमास का भी महत्व
इस वर्ष मलमास यानि पुरुषोत्तम मास में जो भगवान विष्णु का माह कहलाता है में भगवान शिव की चंद्रमा के दिन सोमवार को पूजा जो व्यक्ति जिस भाव से करता है वह उसी रूप में उसे सहज प्रसन्न होने वाले भगवान भोले भंडारी का आर्शिवाद मिलता है। अपनी इसी शीघ्र प्रसन्न होने वाली प्रकृति के कारण उन्हें शिव और भोले नाथ जैसी संज्ञाएं दी गई हैं। भगवान शिव सभी का कल्याण करने वाले हैं। इस सृष्टि में उनकी कृपा से ही मनुष्य जाति का उत्थान हुआ है भगवान शिव के द्वारा प्रकाशित ज्ञान से मनुष्य जाति ने विकास किया है और वे सभी भौतिक सुख सुविधाओं को प्रदान करने वाले और जीवन को सही राह पर चलाने वाले प्रमुख देव हैं।