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Shardiya Navratri 2022: शारदीय नवरात्र में इस दिन करें कन्या पूजन, जानिए शुभ तिथि, मुहूर्त और महत्व

Shardiya Navratri 2022 Kanya Pujan नवरात्र के दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों का विधिवत पूजा करने के साथ कलश स्थापना करना शुभ माना जाता है साथ ही नवरात्र व्रत का पारण करने से पहले कन्या पूजन करना महत्वपूर्ण माना जाता है। जानिए कन्या पूजन का मुहूर्त और महत्व।

By Shivani SinghEdited By: Published: Tue, 27 Sep 2022 11:47 AM (IST)Updated: Tue, 27 Sep 2022 11:47 AM (IST)
Shardiya Navratri 2022: शारदीय नवरात्र में इस दिन करें कन्या पूजन, जानिए शुभ तिथि, मुहूर्त और महत्व
Shardiya Navratri 2022: शारदीय नवरात्र में इस दिन करें कन्या पूजन, जानिए शुभ तिथि, मुहूर्त और महत्व

नई दिल्ली, Navratri Kanya Pujan 2022: नवरात्र के दिनों में कन्या पूजन का काफी अधिक महत्व है। शास्त्रों के अनुसार, 10 साल से छोटी कन्या को मां दुर्गा का ही स्वरूप मानते हैं। इसी कारण नवरात्र के दिनों में विधिवत पूजा करने से मां जल्द प्रसन्न होती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है। जानिए शारदीय नवरात्र में किस दिन कन्या पूजन करना शुभ और शुभ मुहूर्त।

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कब करें कन्या पूजन 2022?

नवरात्र के दिनों में कई लोग अष्टमी तो कई लोग नवमी तिथि के दिन कन्या पूजन करते हैं। जानिए अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन का मुहूर्त

अष्टमी तिथि पर कन्या पूजन

अष्टमी तिथि की शुरुआत 02 अक्टूबर 2022 को शाम 06 बजकर 48 मिनट से हो रही जो  03 अक्टूबर 2022 को शाम 04 बजकर 37 मिनट पर समाप्त होगी।

अमृत मुहूर्त- सुबह 6 बजकर 15 मिनट से 7 बजकर 44 मिनट तक

शुभ मुहूर्त- सुबह 9 बजकर 12 मिनट से 10 बजकर 41 मिनट तक

चर - दोपहर 1 बजकर 39 मिनट से 3 बजकर 7 मिनट तक

लाभ- दोपहर 3 बजकर 7 मिनट से 4 बजकर 36 मिनट तक

अमृत- शाम 4 बजकर 36 मिनट से शाम 6 बजकर 5 मिनट तक

नवमी तिथि पर कन्या पूजन

नवमी तिथि की शुरुआत 03 अक्टूबर को शाम 04 बजकर 37 मिनट से शुरू होकर 4 अक्टूबर को दोपहर 02 बजकर 20 मिनट तक है।

लाभ- सुबह 10 बजकर 41 मिनट से 12 बजकर 10 मिनट तक

अमृत- दोपहर 12 बजकर 10 मिनट तक दोपहर 1 बजकर 38 मिनट तक

शुभ-  दोपहर 3 बजकर 7 मिनट से शाम 4 बजकर 35 मिनट तक

कन्या पूजन का महत्व

नवरात्र के दिनों में मां दुर्गा की विधिवत पूजा की जाती है। कहा जाता है कि कन्या पूजन करने के बाद ही व्रत का पूर्ण फल प्राप्त होता है। माना जाता है कि कन्या पूजन के दौरान 2 से लेकर 10 साल की उम्र तक की कन्याओं का पूजन करना शुभ माना जाता है। कन्या पूजन के दौरान विधिवत भोजन कराने के साथ  योग्यतानुसार उपहार देते हैं।

डिसक्लेमर

इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।


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