Sankashti Chaturthi 2020: संकष्टी चतुर्थी के दिन इन बातों पर दें खास ध्यान, मिलती है सुख-समृद्धि
Sankashti Chaturthi 2020 इस दिन अगर व्यक्ति व्रत-उपवास और पूजा-पाठ करता है तो उसे यश वैभव सुख-समृद्धि धन कीर्ति ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति होती है।
Sankashti Chaturthi 2020: चतुर्थी तिथि के स्वामी श्रीगणेश जी हैं और आज संकष्टी चतुर्थी है। इस दिन अगर व्यक्ति व्रत-उपवास और पूजा-पाठ करता है तो उसे यश, वैभव, सुख-समृद्धि, धन, कीर्ति, ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही कहा जाता है कि अगर संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपति जी की आराधना की जाए तो इससे घर से नकारात्मकता दूर हो जाती है। सा ही परिवार में शांति भी कायम रहती है। इस दिन श्री गणेश को सिंदूर, 21 दूर्वा और 21 लड्डू अर्पित किए जाते हैं। हालांकि, संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने के लिए आपको कुछ बातों का ख्याल रखना होगा जो बेहद ही अहम हैं। तो चलिए जानते हैं कि संकष्टी चतुर्थी के दिन पूजा और व्रत करते समय आपको किन बातों का ख्याल रखना चाहिए।
संकष्टी चतुर्थी के दिन क्या करना चाहिए:
- इस दिन व्यक्ति को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए।
- इसके बाद स्नान आदि कर सूर्यदेव को जल चढ़ाना चाहिए।
- सूर्यदेव को जल चढ़ाते समय आपको ॐ सूर्याय नम: मंत्र का जाप करना चाहिए।
- आपके घर में जो मंदिर है उसमें मौजूद श्रीगणेश की प्रतिमा को गंगाजल से और शहद से स्नान कराना चाहिए।
- ॐ गं गणपतयै नम: मंत्र का जाप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप 108 बार करना चाहिए।
- अगर आप व्रत कर रहे हैं तो ध्यान रहे कि पूरे दिन अन्न न खाएं। आप फलाहार, पानी, दूध, फलों का रस आदि को ग्रहण कर सकते हैं।
- इस दौरान शिवजी के मंत्र ॐ सांब सदाशिवाय नम: का जाप भी करें। यह जाप भी 108 बार करें।
- तांबे के लोटे में जल लें और शिवलिंग पर चढ़ाएं। साथ ही बिल्व पत्र और फूल भी चढ़ाएं।
- पूजा-अर्चना करने के बाद अपनी सामार्थ्य अनुसार गरीब लोगों को धन और अनाज दान करें।
- गाय को रोटी खिलाएं। साथ ही हरी घास भी खिलाएं।
- किसी गौशाला में भी आप दान कर सकते हैं।