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Phulera Dooj 2020: आज फुलेरा दूज पर राधा-कृष्ण खेलेंगे फूलों की होली, चढ़ेगा अबीर-गुलाल, जानें मुहूर्त एवं पूजा विधि

Phulera Dooj 2020 आज मथुरा और वृंदावन क्षेत्र में फूलेरा दूज मनाया जाएगा। फूलेरा दूज हर वर्ष हिन्दू कैलेंडर के फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया ति​थि को मनाई जाती है।

By Kartikey TiwariEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 01:00 PM (IST)Updated: Tue, 25 Feb 2020 08:58 AM (IST)
Phulera Dooj 2020: आज फुलेरा दूज पर राधा-कृष्ण खेलेंगे फूलों की होली, चढ़ेगा अबीर-गुलाल, जानें मुहूर्त  एवं पूजा विधि
Phulera Dooj 2020: आज फुलेरा दूज पर राधा-कृष्ण खेलेंगे फूलों की होली, चढ़ेगा अबीर-गुलाल, जानें मुहूर्त एवं पूजा विधि

Phulera Dooj 2020: फूलेरा दूज हर वर्ष हिन्दू कैलेंडर के फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया ति​थि को मनाई जाती है। इस बार फूलेरा दूज 25 फरवरी 2020 दिन मंगलवार को है। आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण राधा संग फूलों की होली खेलते हैं। भक्त उनको अबीर और गुलाल अर्पित करते हैं। फुलेरा दूज से ही होली का प्रारंभ माना जाता है। मथुरा एवं वृदावन क्षेत्र में फुलेरा दूज बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह पर्व वसंत पंचमी औसर होली के मध्य आता है। फूलों का त्योहार होने के कारण इसे फुलेरा दूज कहा जाता है।

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फुलेरा दूज का महत्व

ज्योतिष के अनुसार, फुलेरा दूज के दिन अबूझ मुहूर्त होता है। इस दिन किसी भी समय कोई भी शुभ कार्य जैसे शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। शादी-विवाह के लिए फुलेरा दूज बहुत ही विशेष दिन होता है।

फुलेरा दूज के दिन विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण और राधा की आराधना करते हैं और उनका विभिन्न प्रकार के फूलों से श्रृंगार किया जाता है। आज के दिन घरों में रंगोली बनाई जाती है। आज के दिन से ही होली की तैयारियां प्रारंभ हो जाती हैं।

फुलेरा दूज का मुहूर्त

फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि का प्रारंभ 24 फरवरी दिन सोमवार को रात 11 बजकर 15 मिनट से हो रहा है, जो 25 फरवरी दिन मंगलवार को देर रात 01 बजकर 39 मिनट तक है। 25 फरवरी को किसी भी समय आप मांगलिक कार्य कर सकते हैं। फूलेरा दूज के दिन राहुकाल अपराह्न 03:00 बजे से सायं 04:30 बजे तक है, इस घड़ी में कोई काम करने से बचें।

फुलेरा दूज पूजा विधि

फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया ति​थि को स्नान आदि से निवृत होने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद पूजा स्थल पर भगवान श्रीकृष्ण और राधा की मूर्ति को विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाएं, उनका श्रृंगार करें। अब पूजा स्थल पर अबीर और गुलाल से रंगोली बना लें। अब अक्षत्, रोली, धूप, गंध, गुलाल, अबीर आदि से श्रीकृष्ण और राधा जी का विधिपूर्वक पूजा अर्चना करें। फुलेरा दूज पर राधा-कृष्ण को गुलाल और अबीर जरूर चढ़ाएं। इसके बाद घर में बनें मीठे पकवान का भोग लगाएं। अब राधा-कृष्ण की आरती करें और प्रसाद लोगों में बांट दें।

फुलेरा दूज के दिन मथुरा, वृंदावन क्षेत्र में राधा-कृष्ण के मंदिरों को विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाया जाता है। लोग राधा-कृष्ण को फूलों से होली खेलाते हैं।


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