Move to Jagran APP

Secret Navratri or Gupt Navratri 2019: Durga Ashtami पर करें माता के इस शक्तिपीठ का दर्शन, हर इच्छा होगी पूर्ण

Masik durga ashtami 2019 हर मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मासिक दुर्गा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। आषाढ़ मास की दुर्गा अष्टमी 09 जुलाई दिन मंगलवार को है।

By kartikey.tiwariEdited By: Published: Tue, 09 Jul 2019 11:00 AM (IST)Updated: Tue, 09 Jul 2019 11:00 AM (IST)
Secret Navratri or Gupt Navratri 2019: Durga Ashtami पर करें माता के इस शक्तिपीठ का दर्शन, हर इच्छा होगी पूर्ण
Secret Navratri or Gupt Navratri 2019: Durga Ashtami पर करें माता के इस शक्तिपीठ का दर्शन, हर इच्छा होगी पूर्ण

Masik Durga Ashtami 2019: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, हर मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मासिक दुर्गा अष्टमी के नाम से जाना जाता है। आषाढ़ मास की दुर्गा अष्टमी 09 जुलाई दिन मंगलवार को है। हालांकि इस अष्टमी का विशेष महत्व है क्योंकि यह गुप्त नवरात्र की अष्टमी है। इस दिन मां दुर्गा के हिंगलाज शक्तिपीठ के दर्शन करने का विधान है।

loksabha election banner

कहा जाता है कि भगवान विष्णु ने सती के शरीर के 51 टुकड़े किए थे, उनमें से उनका सिर जहां पर गिरा, वह हिंगलाज शक्तिपीठ के नाम से विख्यात हुआ। यह शक्तिपीठ पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान में स्थित है।दुर्गा अष्टमी के दिन मां दुर्गा का संकल्प लेकर विधि विधान से व्रत किया जाता है और उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। इससे माता दु्र्गा प्रसन्न होकर अपने भक्तों के कष्टों को दूर करती हैं और उनकी मनोकामनाओं को पूरी करती हैं।

व्रत एवं पूजा विधि

व्रती को मंगलवार को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर अपने दैनिक कार्यों से निवृत्त हो जाना चाहिए। इसके उपरान्त स्वच्छ जल से स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें। फिर पूजा घर में जाकर गंगा जल से उस स्थान को पवित्र कर लें, जहां पर माता की चौकी रखी जानी है। फिर माता के लिए चौकी पर लाल रंग का वस्त्र बिछाएं और उस पर माता की प्रतिमा या तस्वीर रखें। इसके उपरान्त अक्षत्, लाल पुष्प, सिंदूर, धूप आदि से मां दुर्गा की पूजा करें। फल और मिठाई मां को अर्पित करें। फिर कपूर या दीपक जलाकर मां दुर्गा की आरती करें।

Secret Navratri or Gupt Navratri 2019: तंत्र साधक इन 10 महाविद्याओं की करते हैं पूजा, जानें घट स्थापना और पूजा विधि

दिन भर फलाहार करें और शाम को मां दुर्गा की विधिपूर्वक पूजा करें और आरती के पश्चात अपनी मनोकामना मां के समक्ष व्यक्त करें। पूजा संपन्न होने के बाद आप पारण कर सकते हैं या फिर अगले दिन पूजा करके पारण कर सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.