Mahashivratri 2023: महाशिवरात्रि पर बन अत्यंत शुभ योग, जानें पूजा का समय और कुछ खास उपाय
Mahashivratri 2023 हिन्दू धर्म में महादेव और माता पार्वती की उपासना के लिए महाशिवरात्रि पर्व को बहुत ही उत्तम दिन माना जाता है। प्रत्येक वर्ष महाशिवरात्रि पर्व फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है। आइए जानते हैं पूजा का समय और कुछ खास उपाय।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Mahashivratri 2023: हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि पर्व का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती का मिलन अर्थात विवाह हुआ था। हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित महाशिवरात्रि व्रत रखा जाता है। इस वर्ष यह पर्व 18 फरवरी 2023, शनिवार (Mahashivratri 2023 Date) के दिन मनाया जाएगा। बता दें कि इस वर्ष महाशिवरात्रि पर्व के दिन अत्यंत शुभ और फलदाई सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। मान्यता है कि इस शुभ योग में धार्मिक कार्य करने से कई गुना अधिक फल प्राप्त होता है। आइए जानते हैं महाशिवरात्रि किस समय करें शिव-पार्वती की पूजा और कुछ विशेष उपाय।
महाशिवरात्रि 2023 पूजा समय (Mahashivratri 2023 Puja Samay)
शास्त्रों में बताया गया है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा चार प्रहर में की जाती है।
प्रथम प्रहर पूजा समय- 18 फरवरी शाम 06 बजकर 45 मिनट से रात्रि 09 बजकर 35 मिनट तक
द्वितीय प्रहर पूजा समय- 18 फरवरी रात्रि 09 बजकर 35 मिनट से 19 फरवरी मध्यरात्रि 12 बजकर 24
तृतीय प्रहर पूजा समय- 19 फरवरी मध्यरात्रि 12 बजकर 24 मिनट से प्रातः 03 बजकर 14 मिनट तक
चतुर्थ प्रहर पूजा समय- 19 फरवरी प्रातः 03 बजकर 14 मिनट से सुबह 06 बजकर 03 मिनट तक
महाशिवरात्रि के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग शाम 04 बजकर 12 से शाम 06 बजकर 03 मिनट तक रहेगा। ऐसे में इस समय अवधि में पूजा की तैयारी करें और भगवान शिव का नाम स्मरण करते रहें।
महाशिवरात्रि उपाय (Mahashivratri 2023 Upay)
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महाशिवरात्रि पर्व के दिन भगवान शिव की उपासना के समय शिवलिंग पर शहद से अभिषेक करें। ऐसा करने से कार्यक्षेत्र में आ रही सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं और भक्तों को विशेष आशीर्वाद मिलता है।
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शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक दही द्वारा करने से आर्थिक क्षेत्र में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसके साथ गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।
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भगवान शिव की उपासना के दौरान 108 बार 'ॐ पार्वतीपत्ये नमः' मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग का अभिषेक करें। ऐसा करने से आर्थिक और निजी जीवन में उन्नति प्राप्त होती है। साथ ही सभी परेशानियां समाप्त हो जाती हैं।
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