नई दिल्ली, Kumbh Sankranti 2023: सनातन धर्म में संक्रांति का विशेष महत्व है। इस दिन सूर्य देव एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं। इस प्रकार 13 फरवरी को सूर्य देव मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। अतः 13 फरवरी को कुंभ संक्रांति मनाई जाएगी। धार्मिक ग्रंथों में निहित है कि संक्रांति के दिन पवित्र नदी और सरोवर में स्नान-ध्यान, पूजा, जप, तप और दान करने से व्यक्ति को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। इस दिन सूर्य देव की पूजा उपासना करने का विधान है। अगर आप भी भगवान भास्कर की कृपा पाना चाहते हैं, तो कुंभ संक्रांति पर इस तरह उनकी पूजा उपासना और उपाय करें। आइए जानते हैं-

कुंभ संक्रांति तिथि और मुहूर्त

हिंदी पंचांग के अनुसार, 13 फरवरी को कुंभ संक्रांति है। इस दिन प्रातः काल 7 बजकर 2 मिनट से लेकर 9 बजकर 57 मिनट तक पुण्य काल है। इस दौरान साधक स्नान ध्यान और सूर्य देव की पूजा-उपासना कर सकते हैं।

करें ये उपाय

-इस दिन काले तिल का दान करने का विधान है। इससे साढ़े साती और ढैय्या दोष का प्रभाव कम होता है। इसके लिए काले तिल का दान जरूर करें।

--संक्रांति के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को लोहे से बनी चीजें दान करें। आर्थिक रूप से आप सबल हैं, तो गरीबों को भोजन कराएं।

-घर के मुख्य दरवाजे पर घी के दो दीपक जलाएं। इससे भगवान श्रीहरि विष्णु और मां लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं।

पूजा विधि

इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठ आराध्य भगवान श्रीहरि विष्णु को स्मरण और प्रणाम कर दिन की शुरुआत करें। इसके पश्चात, नित्य कर्मों से निवृत होकर गंगाजल युक्त पानी से स्नान और ध्यान करें। फिर आमचन कर स्वंय को शुद्ध करें। अब जल में काले तिल या रोली मिलाकर सूर्यदेव को जल का अर्घ्य दें। इस समय निम्न मंत्र का उच्चारण जरूर करें।

एहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजोराशे जगत्पते।

अनुकम्पय मां देवी गृहाणार्घ्यं दिवाकर।।

तदोपरांत, पीला वस्त्र धारण कर भगवान भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा फल, फूल, धूप-दीप, तिल, जौ, अक्षत और दूर्वा आदि से करें। फिर आरती अर्चना कर भगवान से सुख, शांति और समृद्धि की कामना करें। पूजा संपन्न होने के पश्चात, जलधारा में काल तिल और नारियल जरूर प्रवाहित करें। इसके बाद गायों को चारा खिलाएं।साथ ही जरूरतमंदों और ब्राह्मणों को दान दें। आप दान में अर्थ यानी मुद्रा दे सकते हैं। इसके अलावा, अन्न का भी दान किया जा सकता है।

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Edited By: Pravin Kumar