Move to Jagran APP

Pradosh Vrat July 2021: जानें कब है आषाढ़ मास का पहला प्रदोष व्रत, तिथि एवं पूजा मुहूर्त

Pradosh Vrat July 2021 कलयुग में प्रदोष व्रत को भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्म उपाय माना गया है। प्रत्येक माह की दोनों त्रयोदशी पर प्रदोष व्रत रखने का विधान है। आइये जानते हैं इस माह के प्रदोष व्रत की तिथिमुहूर्त और पूजन विधि।

By Jeetesh KumarEdited By: Published: Fri, 25 Jun 2021 05:00 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jun 2021 08:47 AM (IST)
Pradosh Vrat July 2021: जानें कब है आषाढ़ मास का पहला प्रदोष व्रत, तिथि एवं पूजा मुहूर्त
जानें कब है आषाढ़ मास का पहला प्रदोष व्रत, तिथि एवं पूजा मुहूर्त

Pradosh Vrat July 2021: कलयुग में प्रदोष व्रत को भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सर्वोत्म उपाय माना गया है। धर्मशास्त्रों के अनुसार, हिंदी पंचांग के प्रत्येक माह की दोनों त्रयोदशी की तिथि पर प्रदोष व्रत रखने का विधान है। मान्यता है कि त्रयोदशी के दिन प्रदोष काल में भगवान शिव कैलाश पर्वत के रजत भवन में आनंद ताण्डव करते हैं तथा सभी देवता उनकी स्तुति करते हैं, इसलिए प्रदोष का व्रत रखने और प्रदोष काल में विधि –विधान से भगवान शिव की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। आइये जानते हैं इस माह के प्रदोष व्रत की तिथि और प्रदोष काल का मुहूर्त और पूजन विधि।

prime article banner

प्रदोष व्रत की तिथि एवं मुहूर्त

आषाढ़ मास का पहला प्रदोष व्रत 7 जुलाई को दिन बुधवार को पड़ रहा है। बुधवार के प्रदोष को बुध प्रदोष भी कहा जाता है। इस दिन भगवान शिव का व्रत और पूजन करने से बुध दोष दूर होता है तथा सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। त्रयोदशी की तिथि 7 जुलाई को रात्रि 01 बजकर 02 मिनट से 8 जुलाई को प्रातः 03 बजकर 20 मिनट तक रहेगी। प्रदोष का व्रत 7 जुलाई को रखा जाएगा। भगवान शिव की पूजा का विशेष मुहूर्त प्रदोष काल सायं 07:12 बजे से 9:20 बजे तक रहेगा।

प्रदोष व्रत की पूजा विधि

शास्त्रों के अनुसार, प्रदोष के दिन भगवान शिव का मां पार्वती के साथ पूजन करने के कुछ विशेष विधान हैं। प्रदोष काल में स्नान आदि करके दिन भर निर्जल या फलाहार व्रत रख कर पूजन करना चाहिए। मां पार्वती और भगवान शिव का जल से अभिषेक कर धूप, दीप तथा फूल अर्पित करें। भगवान शिव को बेलपत्र तथा माता पार्वती को लाल चुनरी और सुहाग का समान चढ़ाना चाहिए। शिव-पार्वती का विधि-पूर्वक पूजन करने से परिवार के सभी कष्ट दूर होते हैं।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.