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Kamika Ekadashi Ke Labh : कामिका एकादशी व्रत मनुष्य के सभी पापों का करता है विनाश, जानिये यह व्रत इतना महत्वपूर्ण क्यों है

Kamika Ekadashi Ke Labh इस साल सावन कामिका एकादशी व्रत 4 अगस्त को रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है। आइये जानते सावन मास में पड़ने वाले कामिका एकादशी के व्रत से क्या-क्या लाभ होता है।

By Ritesh SirajEdited By: Published: Sat, 31 Jul 2021 08:34 PM (IST)Updated: Sat, 31 Jul 2021 08:34 PM (IST)
Kamika Ekadashi Ke Labh : कामिका एकादशी व्रत मनुष्य के सभी पापों का करता है विनाश, जानिये यह व्रत इतना महत्वपूर्ण क्यों है
कामिका एकादशी व्रत मनुष्य के सभी पापों को करता है विनाश, जानिये यह व्रत व्रत इतना महत्वपूर्ण क्यों है

Kamika Ekadashi Ke Labh : हिंदी पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह में दो एकादशी पड़ते हैं। हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत महत्व है। एकादशी का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन व्रत रखना बहुत ही लाभकारी माना गया है। वैसे तो साल में 24 से 26 एकादशी हो सकते हैं। लेकिन इन एकादशियों में कामिका एकादशी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि यह सावन मास में पड़ता है। इस साल सावन कामिका एकादशी व्रत 4 अगस्त को रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा की जाती है। आइये जानते हैं सावन मास में पड़ने वाले कामिका एकादशी के व्रत से क्या-क्या लाभ होता है- 

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1. कामिका एकादशी व्रत के दिन उपवास रखने से मनुष्य को यमराज के दर्शन और नरक के कष्ट भोगने से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा वह स्वर्ग का अधिकारी बन जाता है।

2. मान्यता है कि कामिका एकादशी की रात्रि को जो भी मनुष्य जागरण और दीप-दान करते हैं। उनके पुण्यों को लिखने में चित्रगुप्त भी असमर्थ हो जाते हैं।

3. पुराणों के अनुसार कामिका एकादशी के दिन उपवास मात्र से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। संसार में इससे अधिक पापों को नष्ट करने वाला कोई और उपाय नहीं है।

4. मान्यता है कि संसार के माया सागर और पापों में फँसे हुए व्यक्तियों को कामिका एकादशी का व्रत करना चाहिये। इससे उनके सभी पाप  धुल जाते हैं।

5. कामिका एकादशी व्रत के रखने से व्यक्ति ब्रह्म-हत्या के पाप से भी मुक्त हो जाता है और पृथ्वी लोक के चक्करों से मुक्त हो जाता है।

7. कामिका एकादशी के दिन जो मनुष्य भगवान के सामने दीपक जलाते हैं स्वर्गलोक उनके पितर अमृत का पान करते हैं।

8. कामिका एकादशी व्रत रखने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और वह विष्णुलोक का अधिकारी बन जाता है। 

9. कामिका एकादशी की कथा का पाठ करने या सुनने मात्र से मनुष्य स्वर्गलोक के सुख का भोगी हो जाता है।

डिसक्लेमर

 

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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