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Kamada Ekadashi 2021: कामदा एकादशी पर इस तरह करें भगवान विष्णु की पूजा, बनी रहेगी कृपा

Kamada Ekadashi 2021 आज चैत्र मास के शुक्ल पक्षकी एकादशी तिथि है। आज के दिन कामदा एकादशी का व्रत किया जाता है। हर माह दो एकादशी आती हैं। हर पक्ष में एक एकादशी। एक शुक्ल पक्ष में तो एक कृष्ण पक्ष में।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 07:20 AM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 09:41 AM (IST)
Kamada Ekadashi 2021: कामदा एकादशी पर इस तरह करें भगवान विष्णु की पूजा, बनी रहेगी कृपा
Kamada Ekadashi 2021: कामदा एकादशी पर इस तरह करें भगवान विष्णु की पूजा, बनी रहेगी कृपा

Kamada Ekadashi 2021: आज चैत्र मास के शुक्ल पक्षकी एकादशी तिथि है। आज के दिन कामदा एकादशी का व्रत किया जाता है। हर माह दो एकादशी आती हैं। हर पक्ष में एक एकादशी। एक शुक्ल पक्ष में तो एक कृष्ण पक्ष में। ऐसे एक वर्ष में 24 एकादशी तिथि पड़ती हैं। इस व्रत को सभी व्रतों में सबसे श्रेष्ठ माना गया है। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु का पूजन किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। आइए जानते हैं कामदा एकादशी की पूजा विधि।

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कामदा एकादशी की पूजा विधि:

  • दशमी तिथि पर सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करना चाहिए।
  • फिर एकादशी के दिन जल्दी उठ जाएं। सभी नित्यकर्मों से निवृत्त होकर स्नानादि कर लें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  • फिर घर के पूजा स्थल को भी साफ करें। देवी- देवताओं को स्नान कराएं। इसके बाद उन्हें भी साफ स्वच्छ वस्त्र पहनाएं।
  • फिर मंदिर में धूप में दीप जलाएं और विष्णु जी का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें।
  • इसके बाद विष्णु जी के साथ-साथ माता लक्ष्मी की भी पूजा करें। ऐसा करने से दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
  • विष्णु जी को तुलसी बेहद प्रिय है। ऐसे में उन्हें भोग में तुलसी जरूर अर्पित करें। 

कामदा एकादशी तिथि मुहूर्त:

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का प्रारंभ 22 अप्रैल दिन गुरुवार को देर रात 11 बजकर 35 मिनट पर हो रहा है। इसका समापन 23 अप्रैल दिन शुक्रवार को रात 09 बजकर 47 मिनट पर हो रहा है। एकादशी की उदया तिथि 23 अप्रैल को प्राप्त हो रही है, इसलिए कामदा एकादशी का व्रत 23 अप्रैल को रखा जाएगा।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी। '  


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