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Hariyali Teej Vrat 2020: आज इस शुभ मुहूर्त में करें हरियाली तीज की पूजा, जानें इसकी पूरी विधि

Hariyali Teej Puja Vidhi इस वर्ष हरियाली तीज आज गुरुवार को मनाई जा रही है। आइए जानते हैं कि हरियाली तीज की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?

By Kartikey TiwariEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 08:00 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 11:16 AM (IST)
Hariyali Teej Vrat 2020: आज इस शुभ मुहूर्त में करें हरियाली तीज की पूजा, जानें इसकी पूरी विधि
Hariyali Teej Vrat 2020: आज इस शुभ मुहूर्त में करें हरियाली तीज की पूजा, जानें इसकी पूरी विधि

Hariyali Teej Puja Vidhi: इस वर्ष हरियाली तीज का पर्व आज गुरुवार को मनाया जा रहा है। हिन्दी पंचांग के अनुसार, हरियाली तीज हर वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन माता पार्वती का भगवान शिव से पुनर्मिलन हुआ था। आज के दिन महिलाएं प​ति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं और माता पार्वती एवं भगवान शिव शंकर की विधिपूर्वक पूजा अर्चना करती हैं। आइए जानते हैं कि इस वर्ष हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त क्या है?

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हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का प्रारंभ 22 जुलाई 2020 दिन बुधवार को शाम 07 बजकर 22 मिनट से हो चुका है, जो अगले दिन 23 जुलाई 2020 दिन गुरुवार को शाम 05 बजकर 03 मिनट तक है।

अभिजीत मुहूर्त: 23 जुलाई को दोपहर 12:00 बजे से 12:55 तक।

अमृत काल: 23 जुलाई को दोपहर 03:29 बजे से 04:59 तक।

विजय मुहूर्त: 23 जुलाई को दोपहर 02:44 बजे से दोपहर 03:39 बजे तक।

23 जुलाई को राहुकाल दोपहर 02 बजकर 10 मिनट से दोपहर 03 बजकर 52 मिनट तक है। हालांकि शिव और शक्ति की पूजा में राहुकाल का दोष नहीं माना जाता है।

हरियाली तीज पूजा मंत्र

देहि सौभाग्य आरोग्यं देहि मे परमं सुखम्।

पुत्रान देहि सौभाग्यम देहि सर्व।

कामांश्च देहि मे।।

रुपम देहि जयम देहि यशो देहि द्विषो जहि।।

हरियाली तीज की पूजा विधि

आज के दिन सुहागन महिलाएं व्रत रखती है और माता पार्वती तथा भगवान शिव की पूजा करती हैं। आज के दिन सुहागिन महिलाएं स्नान आदि से निवृत होकर मायके से आए हुए कपड़े पहनती हैं। पूजा के शुभ मुहूर्त में एक चौकी पर माता पार्वती, भगवान शिव तथा गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें।

फिर पार्वती जी को 16 श्रृंगार की सामग्री, साड़ी, अक्षत्, धूप, दीप, गंध आदि अर्पित करें। फिर शिव जी को भांग, धतूरा, अक्षत्, बेल पत्र, श्वेत फूल, गंध, धूप, वस्त्र आदि चढ़ाएं। अंत में गणेश जी की पूजा करें। इसके बाद हरियाली तीज की कथा सुनें। फिर भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें।


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