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Chaturmas 2022: 117 दिन तक योग निद्रा में रहेंगे भगवान विष्णु, लेकिन विवाह संबंधी कामों के लिए करना होगा 4 माह से अधिक इंतजार

Chaturmas 2022 देवशयनी एकादशी का बड़ा धार्मिक महत्त्व है। प्रचलित मान्यता अनुसार भगवान विष्णु सृष्टि के संचालन का कार्यभार 4 माह के लिए महादेव को सौंप देते हैं। भगवान विष्णु चार मास के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। इसके साथ ही मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाता है।

By Shivani SinghEdited By: Published: Mon, 04 Jul 2022 03:13 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jul 2022 02:56 PM (IST)
Chaturmas 2022: 117 दिन तक योग निद्रा में रहेंगे भगवान विष्णु, लेकिन विवाह संबंधी कामों के लिए करना होगा 4 माह से अधिक इंतजार
Chaturmas 2022: 117 दिन तक योग निद्रा में रहेंगे भगवान विष्णु

नई दिल्ली, Chaturmas 2022: आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवशयनी एकादशी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन से भगवान विष्णु अगले चार मास के लिए योगनिद्रा में चले जाएंगे। इसके साथ ही इन मास में विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन सहित अन्य मांगलिक कार्यों की मनाही है।

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हिंदू पंचांग के अनुसार, भगवान विष्णु देवशयनी एकादशी से लेकर देव प्रबोधिनी एकादशी तक योग निद्रा में रहते है। इसी को चातुर्मास के नाम से जाना जाता है। योग निद्रा में जाने से पहले भगवान विष्णु चार मास के लिए सृष्टि का संचालन भगवान शिव को सौंप देते हैं। इसी कारण देवशयनी एकादशी का काफी अधिक महत्व है।

साल 2022 में विवाह के सिर्फ 13 मुहूर्त

चातुर्मास शुरू होते ही मांगलिक कार्य होना बंद हो जाता है। ऐसे में सिर्फ 5 जुलाई, 6 जुलाई और 8 जुलाई को ही विवाह हो सकते हैं।

4 नवंबर को प्रबोधिनी एकादशी के भगवान विष्णु जाग्रत होगे और इस दिन तुलसी और भगवान शालिग्राम का विवाह किया जाएगा। इसके बाद ग्रहों के अस्त होने के कारण विवाह मुहूर्त 26 नवंबर से शुरू होगा। इसके बाद 27 और 28 नवंबर को विवाह हो सकते हैं। वहीं दिसंबर में 2, 3, 4, 7, 9, 13 और 15 दिसंबर को विवाह कराना शुभ होगा।

विष्णु जी देवशयनी से प्रबोधिनी एकादशी तक रहेंगे योग निद्रा में

पंचांग के अनुसार, भगवान विष्णु देवशयनी एकादशी यानी 10 जुलाई को योग निद्रा में चले जाएंगे। इसके साथ ही करीब 117 दिन बाद यानी 4 नवंबर को प्रबोधिनी एकादशी के दिन जगेंगे और सृष्टि का संचार महादेव से ले लेंगे। इस दिन विधिवत तरीके से पूजा पाठ करके भगवान विष्णु को जगाया जाता है।

चातुर्मास में पड़ेंगे ये मास

हिंदू कैलेंडर के हिसाब से ही चातुर्मास मनाया जाता है जो आषाढ़ मास से लेकर कार्तिक मास तक चलेगा।

आषाढ़ माह: 10 जुलाई को देवशयनी एकादशी से लेकर आषाढ़ पूर्णिमा तक

श्रावण माह: इस पूरे माह चातुर्मास रहेगा।

भाद्रपद माह: इस माह भी पूरे 30 तिथियां चौमासा होगा।

अश्विन माह: पूरा महीना चौमासा

कार्तिक मास: देवउठनी एकादशी तक चातुर्मास होगा।

Pic Credit- instagram/_jadevine15_

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


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