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अमावस्‍या के बाद चंद्र दर्शन का मुहूर्त और पूजन विधि

हर माह अमावस्‍या के बाद जब पहली बार चंद्रमा आकाश पर दिखता है उसे चंद्र दर्शन का क्षण कहते है। हिंदु मान्‍यताओं के अनुसार के अनुसार इस समय चंद्रमा का दर्शन करना अत्‍यंत फलदायक होता है।

By molly.sethEdited By: Published: Fri, 26 May 2017 11:57 AM (IST)Updated: Fri, 26 May 2017 11:57 AM (IST)
अमावस्‍या के बाद चंद्र दर्शन का मुहूर्त और पूजन विधि
अमावस्‍या के बाद चंद्र दर्शन का मुहूर्त और पूजन विधि

 27 मई को होगा चंद्र दर्शन

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साल के बारहों महीने अमावस्‍या के बाद चंद्र दर्शन का मुहूर्त आता है। इस माह जेठ की अमावस्‍या के बाद 27 मई 2017 शनिवार को जेठ माह की द्वितीया को चंद्रमा दिखाई देगा। इस दिन चंद्र दर्शन का सर्वोत्‍म मुहूर्त 19:07 से 20:49 के बीच है। इस समय पूजा करने से सभी शुभ फलों की प्राप्‍ति होती है। धर्मवेत्‍ताओं के अनुसार चंद्रमा बुद्धि और ज्ञान का देवता है इसीलिए इस दिन चंद्र दर्शन करने से विद्या का आर्शिवाद प्राप्‍त होता है। साथ ही इस दिन चंद्र दर्शन करने से सौभाग्‍य और संपत्‍ति की प्राप्‍ति होती है। 

पूजा विधि 

शनिवार का चंद्र दर्शन करके पूजा करने से पहले दिन भर व्रत करें और शाम का स्‍नान करके शुद्ध हो कर चंद्रमा की पूजा करें। उसके बाद चंद्रमा को जल, रोली और अक्षत चढ़ा कर पूजा करें। इसके पश्‍चात सुपात्र को कपड़े, चावल और चीनी का दान करें। आप धन, फल और मिठाई आदि का भी दान कर सकते हैं। इसके बाद शुद्ध एवम् सात्‍विक भोजन ग्रहण करके अपना व्रत पूरा करें।      


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