चैत्र नवरात्रि 2018 में विशेष है रविवार का दिन, तभी करें कन्या पूजन
इस बार चैत्र नवरात्रि में अष्टमी तिथि दो दिन पड़ रही है शनिवार 24 और रविवार 25 मार्च 2018 को ऐसे में बिना संदेह के रविवार को करें कन्या पूजन।
रविवार 25 मार्च को करें अष्टमी का कन्या पूजन
18 मार्च 2018 को प्रारंभ हुए चैत्र नवरात्रि का उत्सव रविवार 25 मार्च 2018 को पूर्ण हो जायेगा। इस बार अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन पड़ रही है। कई लोगों को भ्रम है कि क्योंकि शनिवार रात्रि से अष्टमी तिथि से शुरू हो जायेगी तो कन्या पूजन करने के लिए कौन सा दिन शुभ माना जायेगा। इस बारे में पंडित दीपक पाण्डे का कहना है कि 2018 में अष्टमी पूजन 25 मार्च रविवार को ही किया जाएगा। पूजन का समय पूरे दिन ही रहेगा और इस दिन का अपना एक विशेष धार्मिक महत्व है।
देवी के महागौरी स्वरूप की पूजा
अष्टमी को देवी के महागौरी रूप की पूजा होती है जो मां दुर्गाज की आठवीं शक्ति का नाम है। इनकी शक्ति अमोघ और सद्यः फलदायिनी मानी जाती है। इनकी उपासना से भक्तों को सभी कलुष धुल जाते हैं और पूर्वसंचित पाप भी नष्ट हो जाते हैं। इतना ही नहीं भविष्य में भी पाप-संताप, दैन्य-दुःख उसके पास कभी नहीं जाते, और वह सभी प्रकार से पवित्र और अक्षय पुण्यों का अधिकारी हो जाता है।
इस बार विशेष है रविवार कन्या पूजन के लिए
महत्वपूर्ण बात ये है कि इस बार चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ रविवार 18 मार्च से हुआ था और इस अवसर पर प्रारंभ हुए नवसंवत्सर के राजा सूर्य देव हैं जिनकी पूजा का दिन भी रविवारहै। इतना ही नहीं इस बार रविवार को अष्टमी और नवमी की तिथि भी पड़ रही है तो इसीलिए 25 मार्च 2018 रविवार को ही अष्टमी पूजन करें। इस दिन शक्ति और सूर्य का ये संयोग अत्यंत शुभ फलदायी होगा। वैसे भी भविष्य पुराण के अनुसार देवी का प्रादुर्भाव चैत्र नवरात्रि में अष्टमी के दिन रविवार को ही हुआ था।