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Chaiti Chhath 2020 Kharna: जानें आस्था के महापर्व चैती छठ की खरना पूजा विधि, मुहूर्त एवं महत्व

Chaiti Chhath 2020 Kharna आज 29 मार्च को चैती छठ के दूसरे दिन खरना मनाया जा रहा है। यह पर्व शुद्धता का प्रतीक होता है।

By Kartikey TiwariEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 07:00 AM (IST)
Chaiti Chhath 2020 Kharna: जानें आस्था के महापर्व चैती छठ की खरना पूजा विधि, मुहूर्त  एवं महत्व
Chaiti Chhath 2020 Kharna: जानें आस्था के महापर्व चैती छठ की खरना पूजा विधि, मुहूर्त एवं महत्व

Chaiti Chhath 2020 Kharna: चैती छठ की शुरुआत नहाय-खाय के दिन से हो चुकी है। आज 29 मार्च को चैती छठ के दूसरे दिन खरना मनाया जा रहा है। यह पर्व शुद्धता का प्रतीक होता है। ऐसे में छठ पूजा पर हमें शुद्धता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वैसै खरना का वास्तविक अर्थ शुद्धिकरण होता है। व्रती इस दिन उपवास करते हैं और संध्याकाल में पूजा आराधना करने के बाद भोजन ग्रहण करते हैं। धार्मिक मान्यता अनुसार, जो व्रती शुद्धता और सत्यता से मां छठी और भगवान भास्कर की पूजा आराधना करते हैं, उनको मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

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खरना का महत्व

चैती छठ का अति विशेष महत्व है। यह व्रत संतान प्राप्ति और संतान की रक्षा के लिए किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि महाभारत काल में द्रौपदी ने पांडवों की रक्षा के लिए छठ पूजा की थी। उस समय से छठ पूजा करने की प्रथा है। इस व्रत को करने से नि:संतानों को यथाशीघ्र संतान की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही व्रती को सुख, आरोग्य और एश्वर्य प्राप्त होता है।

खरना शुभ मुहूर्त

आस्था के महापर्व चैती छठ पूजा के खरना का शुभ समय आज शाम में 6 बजकर 20 मिनट से रात्रि 8 बजकर 55 मिनट तक है। इस समयावधि के दौरान खरना पूजा अर्चना करना विशेष फलदायी है।

खरना पूजा विधि

इस दिन व्रती को सुबह में उठकर घर की अच्छी तरीके से साफ-सफाई करनी चाहिए। इसके बाद स्नान-ध्यानकर व्रत का संकल्प लें। फिर भगवान भास्कर को जल का अर्घ्य दें। इस दिन निर्जला उपवास रखें। इसके बाद संध्याकाल में फिर से स्नान करें और छठी मैया की पूजा करें। छठी मैया को प्रसाद मेंं ठेकुआ, खीर-पूरी आदि अर्पित करें। जब पूजा संपन्न हो जाए तो प्रसााद को ग्रहण करें। इसके बाद घर के लोग प्रसाद प्राप्त कर सकते हैं। सोमवार 30 मार्च को संध्या अर्घ्य और 31 मार्च को सुबह का अर्घ्य है।


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