Chaiti Chhath Kharna: चार दिन के पर्व में आज है खरना, जानें महत्व और पूजन विधि
चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी पर मनाया जाने वाला चैती छठ पर्व 9 अप्रैल को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है। आज इसका दूसरा दिन है जिसे खरना कहते हैं।
आज है खरना
चैती छठ के पहला दिन होता नहाय खाय जिसके बारे में मान्यता है कि इस दिन व्रती स्नान आदि कर नये वस्त्र धारण करते हैं और शाकाहारी भोजन लेते हैं। व्रती के भोजन करने के बाद घर के बाकि सदस्य भोजन करते हैं। वहीं अब छठ पूजा का दूसरा दिन होगा खरना, ये कार्तिक शुक्ल पक्ष की पंचमी को होता है। इसमें पूरे दिन व्रत रखा जाता है और शाम को भोजन ग्रहण करते हैं। खरना में अन्न व जल ग्रहण किये बिना उपवास किया जाता है। शाम को गुड़ से खीर बनाकर खाई जाती है। इस उपवास में नमक, चीनी का इस्तेमाल नहीं किया जाता। इस दिन चावल का पिठ्ठा व घी लगी रोटी भी प्रसाद के रूप में वितरीत की जाती है।
पवित्रता का रखें हैं ध्यान
चैती छठ पूजा में पवित्रता का विशेष ध्यान रखना होता है। सारी पूजा पूरी शुद्धता के साथ की जाती है। छठ पूजा के चारों दिनों के दौरान घरों में भजन और प्रचलित लोकगीत गाने की परंपरा है। हांलाकि छठ व्रत अधिकतर महिलाओं द्वारा ही किया जाता है, परंतु पुरुष भी इस व्रत को रख सकते हैं। व्रत करने वाली महिलायें परवैतिन कहलाती हैं। व्रत के चार दिनों में उपवास के साथ कठिन नियम और सयंम में रहना होता है। इस अवधि में लोग आराम दायक बिस्तरों और सुख साधनों से दूर रहते हैं। कोरे तथा बिना सिले वस्त्र पहने जाते हैं। माना जाता है कि छठ का व्रत करने वाली महिलाओं को संतान की प्राप्ति और उसके सकुशल रहने का आशिर्वाद मिलता है। पुरुष भी अपने मनोवांछित कार्य में सफल होने के लिए व्रत रखते हैं।
चैती छठ की तिथियां
पहला दिन- 9 अप्रैल 2019 मंगलवार नहाय-खाय चतुर्थी
दूसरा दिन-10 अप्रैल 2019 बुधवार लोहंडा और खरना पंचमी
तीसरा दिन-11 अप्रैल 2019 गुरुवार संध्या अर्ध्य षष्ठी
चौथा दिन-12 अप्रैल 2019 शुक्रवार उषा अर्घ्य, पारण का दिन सप्तमी