Move to Jagran APP

शादी विवाह का संकट दूर करने के लिए बृहस्पति वार की पूजा के साथ करें ये उपाय

ऐसा माना जाता है कि यदि कुंडली में गुरु ग्रह का कोई दोष हो और विवाह संबंधी परेशानी हो तो गुरूवार की पूजा के साथ कुछ उपाय करने से लाभ होता है।

By Molly SethEdited By: Published: Wed, 17 Jan 2018 04:05 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jan 2018 08:00 AM (IST)
शादी विवाह का संकट दूर करने के लिए बृहस्पति वार की पूजा के साथ करें ये उपाय
शादी विवाह का संकट दूर करने के लिए बृहस्पति वार की पूजा के साथ करें ये उपाय

गुरुवार है खास 

loksabha election banner

बृहस्‍पति वार की पूजा गुरु ग्रह के दोषों की शांति के लिए विशेष लाभ प्रद मानी जाती है। इस दिन विवाह संबंधी दोषों को दूर करने के लिए खास उपाय किए जा सकते हैं। गुरु ग्रह को बृहस्पति भी कहा जाता है, ये देवताओं के गुरु भी हैं। इसके साथ ही गुरु, वैवाहिक जीवन और भाग्य के कारक ग्रह भी माने जाते है, इसीलिए वृहस्‍पति वार को समस्‍याओं को हल करने उपाय किए जा सकते, जिनसे गुरु ग्रह के दोषों को दूर किया जा सकता है।

करें ये सात उपाय

पहला उपाय, हर गुरुवार शिवजी को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। इस उपाय से गुरु ग्रह के दोष दूर होते हैं। दूसरा उपाय, गुरुवार को गुरु ग्रह के लिए व्रत रखें, पीले कपड़े पहनें और बिना नमक का खाना खाएं। तीसरा उपाय, गुरु मंत्र ऊं बृं बृहस्पते नम: का 108 बार जप करें। चौथा उपाय, सूर्योदय से पहले उठें। स्नान के बाद भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं। इसके बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। पांचवा उपाय, गुरुवार की विशेष पूजा के बाद स्वयं के माथे पर केसर का तिलक लगाएं। यदि केसर नहीं हो तो हल्दी का तिलक भी लगा सकते हैं। छठा उपाय, गुरुवार की शाम को केले के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं। केले की पूजा करें और लड्डू या बेसन की मिठाई चढ़ाएं। सातवां उपाय, गुरुवार को माता-पिता एवं गुरु के चरण स्पर्श करें और आशीर्वाद प्राप्त करें। इन सभी उपायों से धन, संपत्ति, विवाह और भाग्य संबंधी बाधाएं दूर हो सकती हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.