Ram Mandir: अयोध्या में बनने वाला राम मंदिर और 5 का आंकड़ा
Ram Mandir रामभक्त जिस घड़ी का इंतजार वर्षों से कर रहे थे वह 5 अगस्त को पूर्ण हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन किया।
Ram Mandir: रामभक्त जिस घड़ी का इंतजार वर्षों से कर रहे थे वह 5 अगस्त को पूर्ण हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन किया। इस शुभ घड़ी के लिए 5 अगस्त का दिन चुने जाने के पीछे क्या ज्योतिषिय कारण है, ये बता रही हैं ज्योतिषाचार्या और अंकशास्त्री साक्षी शर्मा। हमारे शास्त्रों, संस्कृति और ज्योतिष में 5 के अंक का बहुत महत्व है क्योंकि सनातन धर्म मे 5 अंक को समन्वय अंक माना जाता है। तथा पंच इन्द्रियों से हमारा मानव शरीर बना है। यदि आप 5 अंक की बनावट को देखें तो इसमें आपको सभी अंको का समन्वय मिलेगा । इसमें 1 का आधार भी है और 4 का एंगल भी साथ ही 3 का कर्व भी इसमें देखा जा सकता है।
5 अंक को बुधदेव के साथ जोड़कर देखा जाता है। अंकशास्त्र में 5 अंक बिल्कुल बीच मे आता है इससे पूर्व 1, 2, 3 और 4 अंक है और आगे भी 6, 7, 8 और 9 अंक आते हैं। इस अंक को प्रकृति के सबसे करीब माना जाता है। इसलिए अंकशास्त्र में 5 अंक को सबसे संतुलित अंक समझा जाता है। मोदी सरकार ने इससे पूर्व भी कश्मीर से धारा 370 भी गत वर्ष 2019 में इसी दिन हटाई थी। ज्योतिष में 12 राशियां होती हैं, परंतु भगवान राम के पूर्वज सूर्यदेव की राशि सिंह का नंबर भी पांचवा होता है।
आज चांदी की 5 इंटें शिलान्यास के मौके पर रखी गई, जो 5 नक्षत्रों की प्रतीक है। 5 अगस्त को 12:15 बजे, अभिजीत मुहूर्त के साथ धनिष्ठा नक्षत्र और शतभिषा नक्षत्र में राम मंदिर का शिलान्यास हुआ। ध्यान रहे कि अभिजीत नक्षत्र में ही तो भगवान राम का जन्म हुआ था। पूरे दिन में वैसे भी अभिजीत मुहूर्त सबसे शुभ काल होता है, जिसमें प्रारंभ किये सभी कार्य सफल होते हैं।
5 का अंक तो वैसे भी ऊर्जा, उत्साह और शक्ति का प्रतीक माना गया है। प्रस्तावित राम मंदिर मॉडल की बात करे तो इसमें 5 दरवाजे होंगे। मंदिर गर्भगृह, कौली, रंग मंडप, नृत्य मंडप और सिंह द्वार के रूप में 5 खंडों में भी बंटा होगा। मंदिर में 5 गुम्बदों का भी निर्माण प्रस्तावित है। जिनका संबंध मानव शरीर के पांच तत्वों से है।