यमुनोत्री सहित इन 5 जगहों पर पानी हमेशा रहता है गर्म, कोई नहीं जान पाया रहस्य
भारत में कई प्रसिद्ध तीर्थों के आसपास गर्म पानी के कुण्ड हैं। यह हर सीजन में गर्म क्यों रहते हैं, यह आज भी रहस्य बना हुआ है।
1. यमुनोत्री का कुण्ड :
उत्तराखंड में यमुनोत्री नदी के पास बना यमुना देवी का मंदिर काफी प्रसिद्ध है। यमुनोत्तरी पहुँचने पर यहाँ के मुख्य आकर्षण यहाँ के तप्तकुण्ड हैं। इनमें सबसे तप्त जलकुण्ड का स्रोत मन्दिर से लगभग 20फीट की दूरी पर है, केदारखण्ड वर्णित ब्रह्मकुण्ड अब इसका नाम सूर्यकुण्ड है। इस सूर्यकुण्ड का तापमान लगभग 195डिग्री फारनहाइट है,जो कि गढ़वाल के सभी तप्तकुण्ड में सबसे अधिक गरम है। इससे एक विशेष ध्वनि निकलती है, जिसे "ओम् ध्वनि"कहा जाता है।इस स्रोत में थोड़ा गहरा स्थान है। जिसमें आलू व चावल पोटली में डालने पर पक जाते हैं।
2. मणिकर्ण का कुण्ड :
हिमाचल प्रदेश राज्य में कुल्लू जिले में पार्वती घाटी में व्यास और पार्वती नदियों के मध्य बसा है मणिकर्ण। यह हिन्दुओं और सिखों का एक तीर्थस्थल है। मणिकर्ण अपने गर्म पानी के कुण्डों के लिए भी प्रसिद्ध है। देश-विदेश के लाखों प्रकृति प्रेमी पर्यटक यहाँ बार-बार आते है, विशेष रूप से ऐसे पर्यटक जो चर्म रोग या गठिया जैसे रोगों से परेशान हों यहां आकर स्वास्थ्य सुख पाते हैं। ऐसा माना जाता है कि यहां उपलब्ध गंधकयुक्त गर्म पानी में कुछ दिन स्नान करने से ये बीमारियां ठीक हो जाती हैं। खौलते पानी के ये कुण्ड मणिकर्ण का सबसे अचरज भरा और विशिष्ट आकर्षण हैं।
3. तुलसी श्याम कुण्ड :
तुलसी श्याम कुण्ड गुजरात में स्िथत है। यह जूनागढ़ से 65 किमी की दुरी पर पड़ता है। यहाँ पर गर्म पानी के तीन कुण्ड है। इनकी खासियत यह है की तीनों में अलग-अलग तापमान का पानी रहता है। तुलसी श्याम कुण्ड के पास ही 700 साल पुराना रुक्मणि देवी का मंदिर है।
4. अत्रि जल कुण्ड :
ओडिशा का अत्रि उसके सल्फर युक्त गर्म पानी के कुंडों के लिए प्रसिद्ध है। यह जलकुंड भुबनेश्वर से 42 कि.मी. दूर स्थित है। इस कुंड के पानी का तापमान 55 डिग्री है। इस कुंड में स्नान करने से बहुत ताजगी महसूस होती है व थकान दूर हो जाती है। इसके अलावा अत्रि जाएं तो वहां के हाटकेश्वर मंदिर के दर्शन करना न भूलें।
5. बकरेश्वर जल कुण्ड :
यह पश्चिम बंगाल का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। इसकी पश्चिम बंगाल के भ्रमण स्थलों में एक अलग पहचान है, क्योंकि यहां गर्म पानी के कुंड स्थित है। यहां देश के कोने-कोने से लोग पवित्र कुंडों में स्नान के लिए आते हैं। इन कुंडों में स्नान से कई रोग दूर हो जाते हैं।