Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Ekadashi Vrat 2025 Date: कब मनाई जाएगी पुत्रदा और अजा एकादशी? यहां जानें शुभ मुहूर्त एवं योग

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Mon, 02 Jun 2025 09:00 PM (IST)

    सनातन धर्म में एकादशी (Ekadashi Vrat 2025) तिथि का खास महत्व है। इस शुभ अवसर पर लक्ष्मी नारायण जी की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक पर लक्ष्मी नारायण जी की कृपा बरसती है।

    Hero Image
    Ekadashi Vrat 2025 Date: पुत्रदा एकादशी का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। देवों के देव महादेव को सावन का महीना बेहद प्रिय है। इस महीने में भगवान शिव की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही सावन सोमवारी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर एक मनोकामना पूरी होती है। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस महीने में पुत्रदा एकादशी मनाई जाती है। इस व्रत को करने से साधक को संतान सुख का वरदान मिलता है। इसके साथ ही साधक पर लक्ष्मी नारायण जी की कृपा बरसती है। उनकी कृपा से साधक को जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। आइए, पुत्रदा और अजा एकादशी की डेट, शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं-

    यह भी पढ़ें: कब से शुरू होगा चातुर्मास? यहां जानें सही डेट एवं धार्मिक महत्व

    कब मनाई जाती है पुत्रदा एकादशी?

    हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से सुख, सौभाग्य और वंश में वृद्धि होती है। इस व्रत को करने से पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है।

    पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi 2025)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, 04 अगस्त को सुबह 11 बजकर 41 मिनट पर सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत होगी। वहीं, 05 अगस्त को दोपहर 01 बजकर 12 मिनट पर एकादशी तिथि समाप्त होगी। ज्योतिषीय गणना के मुताबिक 05 अगस्त को पुत्रदा एकादशी मनाई जाएगी।

    कब मनाई जाती है अजा एकादशी?

    हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन अजा एकादशी मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर लक्ष्मी नारायण जी की पूजा की जाती है। साथ ही मनचाही मुराद पाने के लिए एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक के जीवन में सुखों का आगमन होता है।

    अजा एकादशी (Aja Ekadashi 2025)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 18 अगस्त को शाम 05 बजकर 22 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 19 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगी। इस साल 19 अगस्त को अजा एकादशी मनाई जाएगी।

    यह भी पढ़ें: चातुर्मास में क्यों नहीं किए जाते हैं शुभ काम? इन कार्यों से दूरी है जरूरी

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।