महाकुंभ में आस्था का सैलाब: अमृत स्नान पर्व पर 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई डुबकी, तस्वीरें

  • Story By: Shivam Yadav

महाकुंभ के दूसरे दिन अमृत स्नान पर्व आयोजित हुआ। पौष पूर्णिमा के बाद मकर संक्रांति पर अमृत स्नान में संतों समेत करोड़ों श्रद्धालुओं ने स्नान कर पुण्य कमाया। तस्वीरों में देखें आस्था का अनूठा संगम...

मकर संक्रांति पर सनातन में रमे विदेशी संतों ने भी अमृत स्नान किया। पुण्य की डुबकी लगाने के बाद उनके चेहरे पर जो भाव झलक रहे थे, वे न केवल उनकी आस्था को बल्कि भारतीय संस्कृति के प्रति उनके गहरे लगाव-जुड़ाव को भी व्यक्त कर रहे थे।

विभिन्न अखाड़ों से जुड़े 40 से अधिक देशों से आए सनातन धर्म में दीक्षित महामंडलेश्वरों, संतों, शिष्यों ने संगम में डुबकी लगाकर इसे अपनी आस्था और आध्यात्मिकता का प्रतीक बना दिया।

दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक जनसमागम महाकुंभ के पहले अमृत स्नान पर्व मकर संक्रांति पर्व पर मंगलवार को लगभग साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं की प्राथमिकता संगम तट रहा, जहां पर अखाड़ों के संतों और गुरुओं ने भी स्नान किया। 

संगम तट पर एक तरफ जहां अखाड़ों के संत आरक्षित स्थान पर स्नान कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ श्रद्धालु भी संगम तट पर स्नान कर पा रहे थे। 

 14 जनवरी को पहले अमृत स्नान पर लगभग पौने तीन करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया। सर्वाधिक लोगों ने संगम तट पर ही स्नान को प्राथमिकता दी। सोमवार देर रात से ही संगम तट पर भीड़ जुटने लगी थी। 

देश दुनिया में चर्चा का विषय और केंद्र बन चुके महाकुंभ ने एक्स पर भी अपनी छाप छोड़ने का क्रम शुरू कर दिया है।  त्रिवेणी तट पर स्नान की छवि, वीडियो व श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया प्रसारित होना का क्रम शुरू हुआ तो एक्स पर महाकुंभ ट्रेंड करने लगा।

एकता के महायज्ञ, मानवता के महापर्व, वैश्विक कल्याण की साधना स्थली संगम नगरी पर महाकुंभ के पहले अमृत स्नान की परीक्षा में खाकी पास हो गई। दिव्य, भव्य, डिजिटल महाकुंभ को सुरक्षित महाकुंभ की यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए पुलिस के शीर्ष अधिकारियों से लेकर सिपाही, होमगार्ड ने अथक परिश्रम किया।

संगमनगरी जो अपने धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, ने एक बार फिर से महाकुंभ मेले का स्वागत किया है। मकर संक्रांति पर पूरा शहर भक्ति और आध्यात्मिकता के रंग में रंगा रहा। लाउडस्पीकरों पर गूंजते भक्तिगीतों से माहौल भक्तिमय होने से श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक रहा।