झरने और कुंड की सैर
रोहतास गढ़ किला आने वाले पर्यटक कैमूर पहाड़ी पर स्थित महादेव खोह, मांझर कुंड व धुआं कुंड की मनोरम सुंदरता को निहार सकते हैं। ये झरने और जल प्रपात प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है। मांझर कुंड में प्रकृति के लयबद्ध संगीत को करीब से सुन पाते हैं। पहाड़ से गिरते पानी को निहारना रोमांच पैदा करता है।
बाघ के साथ जंगली पशु-पक्षियों से पैदा होता रोमांच
कैमूर पहाड़ी पर बाघ, हिरण, भालू, बंदर, मोर के साथ अन्य जंगली पशु-पक्षियां रोमांचित करते हैं। इस क्षेत्र को टाइगर रिजर्व क्षेत्र बनाया जा रहा है। यह बिहार का दूसरा तथा देश का 54 वां टाइगर रिजर्व क्षेत्र होगा। 480 स्क्वायर किलोमीटर में कोर तथा 1370 स्क्वायर किलोमीटर में बफर जोन को रखा गया है। टाइगर रिजर्व के बफर जोन में पर्यटक जंगल सफारी, बोटिंग व इको टूरिज्म का आनंद ले सकते हैं।
आने का कब करें प्लान
रोहतास किला को घूमने का सबसे अच्छा समय अगस्त से फरवरी के बीच है, इस दौरान मौसम बहुत अच्छा होता है। बरसात के मौसम में पहाड़ों का सौंदर्य बढ़ जाता है।
ऐसे पहुंचें रोहतासगढ़ किला
बिहार का रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम रेल और सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सासाराम से 65 किलोमीटर की दूरी पर रोहतासगढ़ किला वाहन से जाया जा सकता है। वहीं डेहरी आन सोन से रोहतास जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 119 से भी पहुंचा जा सकता है। यहां से किला 60 किलोमीटर की दूरी पर है। नजदीकी हवाई अड्डा गया और पटना हैं।