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दुनिया इन दिनों

सोशल नेटवर्किंग साइट ने एक नया पेटेंट हासिल किया है, जिसमें आपके फेसबुक फ्रेंड्स के स्टेटस के आधार पर ही आपको लोन मिलेगा। नई सुविधा में लोन देने वाला अनुमोदन तय करने के लिए कजऱ् लेने वाले की सामाजिक स्थिति व गतिविधियों को आधार बना सकता है। अब सवाल यह

By Edited By: Published: Wed, 23 Sep 2015 02:55 PM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2015 02:55 PM (IST)
दुनिया इन दिनों

फेसबुक फ्रेंड्स दिलवाएंगे लोन

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सोशल नेटवर्किंग साइट ने एक नया पेटेंट हासिल किया है, जिसमें आपके फेसबुक फ्रेंड्स के स्टेटस के आधार पर ही आपको लोन मिलेगा। नई सुविधा में लोन देने वाला अनुमोदन तय करने के लिए कजर् लेने वाले की सामाजिक स्थिति व गतिविधियों को आधार बना सकता है। अब सवाल यह है कि क्या सभी को अपने फेसबुक पेज से उन लोगों को हटाना होगा जो कजर् में हैं या जो अपना ईएमआइ समय पर नहीं भर पा रहे हैं? विशेषज्ञों का कहना है कि इस बात की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि अभी तक फेसबुक ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि किस तरह से इस पेटेंट का इस्तेमाल होगा। इसके अलावा वर्तमान में कानून है कि बैंक अपनी शर्तों के अनुसार कजर् लेने वाले की ऋण-पात्रता की जांच कर सकता है। इसलिए अभी तो आप बेिफक्र रहें।

30 साल बाद फिर दिखा वह

अमेरिका के दक्षिणी कैरोलिना शहर में दलदली जगह पर एक स्त्री ने छिपकली की तरह दिखने वाले तकरीबन 7 फीट ऊंचे दैत्याकार मानव को देखने का दावा किया है। बताया जाता है कि इस सरीसृप को पहली बार 30 साल पहले देखा गया था। स्त्री ने उस जीव का फोटो खींच लिया है, जिससे इस रहस्यमयी जानवर की गुत्थी सुलझने के आसार बढ गए हैं। छिपकली जैसे दिखने वाले इस जीव के दो पैर व एक पूंछ दिख रही है। ख्ाास बात यह है कि इसके पैर के पंजे में तीन उंगलियां हैं।

एक दिन में मिलेगा अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस

अब अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आपको परिवहन विभाग के चक्कर नहीं काटने पडेंगे। बस अपना पासपोर्ट और उम्र तथा पते संबंधित कागजात दुरुस्त कर विभाग जाना होगा। वहां मौजूद अधिकारी पासपोर्ट और प्रपत्रों की जांच कर आपको तुरंत ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर देंगे। अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले ज्य़ादातर युवा हैं, जो विदेश जाकर नौकरी या पढाई करना चाहते हैं। इतना ही नहीं आवेदन के साथ-साथ आवेदनकर्ता इस बात की भी गुहार लगाते हैं कि उन्हें एक दिन के अंदर ही लाइसेंस जारी कर दिए जाएं। आरटीओ का कहना है कि अभी तक जितने भी आवेदन आए हैं, उनमें से नब्बे प्रतिशत यूएस जाना चाहते हैं।

तो अब रोबोट के भी होंगे बच्चे

कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक मां रोबोट या 'मदर-बोट तैयार किया है जो अपने बच्चे का निर्माण कर सकती है। यह रोबोट अपने बनाए रोबोट की जांच करने और उनमें सुधार करने में भी सक्षम है। मदर-बोट को इस तरह प्रोग्राम किया गया है कि वह घूमने-फिरने में सक्षम एक रोबोट बना सकती है। पांच अलग-अलग प्रयोगों के तहत मदर-बोट ने स्वायत्त रूप से कुल 500 बेबी-बोट बनाए। मदर-बोट नए आकार और पैटर्न तैयार करने में भी सक्षम पाई गई।


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