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जब रिमझिम बरसे एहसास

मिट्टïी की ख़्ाुशबू को महसूस करना, कीचड़ में फुटबॉल खेलना, हाथों में हाथ डालकर रोमैंटिक वॉक करना... कितने ही एहसास समेटे है ये बारिश का मौसम। आसमान में उमड़ते बादल जब बरसने को होते हैं, तो बीती यादें भी उफान मारने लगती हैं। कुछ कहे, कुछ अनकहे इन मखमली एहसासों

By Edited By: Published: Wed, 22 Jul 2015 03:48 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2015 03:48 PM (IST)
जब रिमझिम बरसे एहसास

मिट्टी की ख्ाुशबू को महसूस करना, कीचड में फुटबॉल खेलना, हाथों में हाथ डालकर रोमैंटिक वॉक करना... कितने ही एहसास समेटे है ये बारिश का मौसम। आसमान में उमडते बादल जब बरसने को होते हैं, तो बीती यादें भी उफान मारने लगती हैं। कुछ कहे, कुछ अनकहे इन मखमली एहसासों को सखी के साथ बांटा युवाओं ने।

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मानसून में पूरा हुआ सपना मल्लिका

मुझे बारिश के मौसम से बहुत लगाव है। जब हलकी फुहारें पडती हैं, तो मैं ख्ाुद को भीगने से नहीं रोक पाती हूं। मैं दिल्ली विश्वविद्यालय की स्टूडेंट हूं और मेरा यहां दाख्िाला लेने का सपना मॉनसून के दिनों में ही पूरा हुआ था। जिस दिन मेरा एडमिशन हुआ, उस दिन भी बारिश हो रही थी। उस दिन कॉलेज में जो मेरे दोस्त बने थे, वे आज भी मेरे साथ हैं।

बारिश के लिए मूवी कैंसिल की मुस्कान

मॉनसून से जुडी मेरी एक याद भुलाए नहीं भूलती है। उस दिन मैं अपने दोस्तों के साथ मूवी देखने जा रही थी कि तभी बीच रास्ते में बारिश होने लगी। ठंडी हवा, रिमझिम बूंदें और ताजगी भरा माहौल देख कर हम वहीं रुक गए। मौसम का लुत्फ उठाने के लिए हमने उस फिल्म को देखने का प्लान कैंसिल कर दिया जिसके लिए हम कई हफ्तों से उतावले थे। हम कई घंटों तक सडक पर डांस करते रहे। वहां से गुजरने वाला हर राहगीर हमें देख रहा था पर हम अपनी धुन में मस्त थे। वो मस्ती आज भी याद आती है।

ट्रैवलिंग का मजा दोगुना हुआ वि_ल वशिष्ठ

मुझे घूमने का बहुत शौक है। ख्ाास तौर पर एडवेंचरस ट्रैवलिंग के बिना मेरी जिंदगी अधूरी है। एक बार मैं बारिश के मौसम में उत्तराखंड गया हुआ था। उस दिन बारिश हो रही थी। मैंने तय किया कि मैं पहाड की सबसे ऊंची चोटी पर चढूंगा। चढऩे के बाद मैंने पाया कि वहां से नीचे का बेहद ख्ाूबसूरत व्यू दिख रहा था। यह ट्रिप मुझे हमेशा याद रहेगा।

वो जामुन तोडऩा, वो सैर पर जाना

सुमित

बचपन में मैं बहुत शरारती था। ख्ाास तौर पर बारिश के मौसम में तो मेरी शरारतें और भी बढ जाती थीं। कभी पेडों पर चढकर जामुन तोड कर खाता था तो कभी दोस्तों के साथ सैर पर निकल जाता था। आज जब लाइफ इतनी बिजी हो चुकी है, तो उन दिनों को मैं बहुत मिस करता हूं।

बारिश और फुटबॉल का मजा श्रीराम

खेल मेरी जिंदगी हैं और बारिश के दौरान खेलने का उत्साह दोगुना हो जाता है। विशेष रूप से फुटबॉल खेलने का। जब भी बारिश होती है, मैं अपने दोस्तों को इक_ा करता हूं और हम पार्क में जमकर फुटबॉल खेलते हैं। मिट्टी से कपडे जरूर गंदे हो जाते हैं पर इससे हमारा उत्साह नहीं कम पडता।

रोमैंटिक मौसम में भीगता है मन अतुल

मुझे बारिश का मौसम बेहद रोमैंटिक लगता है। यह बोरिंग से बोरिंग व्यक्ति के अंदर भी एहसास जगा देता है। यह मौसम मेरे दिल के भी बेहद करीब है क्योंकि इसी मौसम में मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को प्रपोज किया था। उस दिन हलकी-हलकी बारिश हो रही थी जिसे हमने भरपूर एंजॉय किया। काफी देर तक हम अंब्रेला लेकर वॉक करते रहे। कुछ देर बाद हमने अंब्रेला बंद कर बैग में रख लिया। उस वॉक के दौरान हमने एक-दूसरे के साथ दिल की कई बातें शेयर कीं जिन्हें हम किसी से भी नहीं कह पाए थे।

आज भी याद है वो ग्रुप वॉक कृति

बात कुछ साल पहले की है। उस वक्त मैं इंग्लिश स्पीकिंग क्लासेज में एनरोल्ड थी। वहां मेरे कई अच्छे दोस्त बन गए थे। एक दिन हम सब पिकनिक मनाने का मूड बनाकर घर से निकले, लेकिन रास्ते में बारिश होने लगी। ऐसे में हमने अपना प्लान कैंसिल किया और ग्रुप वॉक पर निकल गए। उस दिन हम सबने जो वक्त बिताया वो हमेशा के लिए यादगार बन गया।

कॉलेज की वो गपशप हिना

मुझे बारिश का मौसम बहुत पसंद है। इस मौसम से जुडी कई यादें आज भी मेरे जेहन में हैं। इनमें से ज्य़ादातर कॉलेज से जुडी यादें हैं। कॉलेज टाइम में बारिश के मौसम में मैं अपने टीचर्स और फ्रेंड्स के साथ मस्ती किया करती थी। मुझे आज भी याद है कि अकसर बारिश के दौरान हम घंटों गपशप करते रहते थे।


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