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ये रास्ते हैं प्यार के..

सेक्सुअल केमिस्ट्री को परिभाषित करना थोड़ा मुश्किल है। मगर वैवाहिक रिश्ते की बेहतरी के लिए यह जरूरी है। एक-दूसरे के प्रति रोमैंस, रोमैंटिक फीलिंग्स, आकर्षण और सेक्सुअल डिजायर्स का अर्थ यह है कि कपल के बीच परफेक्ट सेक्सुअल केमिस्ट्री है। इसे सदाबहार कैसे बनाएं, यह जानना भी जरूरी है।

By Edited By: Published: Mon, 01 Sep 2014 04:27 PM (IST)Updated: Mon, 01 Sep 2014 04:27 PM (IST)
ये रास्ते हैं प्यार के..

हम लोग ही नहीं, सेक्सप‌र्ट्स  भी कई बार यही मानते हैं कि सेक्सुअल  केमिस्ट्री दरअसल एक मिस्ट्री है। इसे शब्दों में परिभाषित करना थोडा मुश्किल है। रोमैंटिक मूवी देखते हुए या इरॉटिका लिटरेचर पढते हुए रोमैंटिक भावनाएं जाग उठें, पार्टनर के प्रति सेक्सुअल फीलिंग्स जागें, फील गुड  हॉर्मोस का स्राव होने लगे, मन में कुछ-कुछ होने लगे या फिर पार्टनर की अनुपस्थिति में उसका खयाल  गुदगुदाने लगे..तो इसका अर्थ है कि रिश्ते में परफेक्ट  सेक्सुअल  केमिस्ट्री है। ऐसी केमिस्ट्री हो तो वैवाहिक रिश्ता हमेशा जिंदादिल बना रहता है।

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केमिस्ट्री फॉम्र्युला

एक्सप‌र्ट्स कहते हैं कि बॉडी  लैंग्वेज  सेक्सुअल  केमिस्ट्री के बारे में बहुत कुछ कहती है। इसे देखा नहीं, महसूस किया जाता है। प्रेम साथ रहने को प्रेरित करता है, मगर सेक्सुअल  केमिस्ट्री परफेक्ट हो तो यह प्रेम जीवनपर्यत बना रहता है। इसके विपरीत कपल के बीच सेक्सुअल अट्रैक्शन न हो तो रिश्ता बहुत अच्छा नहीं रह पाता।

सेक्सुअल  केमिस्ट्री दो तरह की होती है। कुछ मामलों में पहली मुलाकात में ही शारीरिक आकर्षण पनपने लगता है और ऐसी जबर्दस्त केमिस्ट्री दोनों ओर से महसूस की जाती है। लेकिन कई बार दो लोगों के बीच संबंध सहज आकर्षण से शुरू होता है। बाद में रिश्ता परिपक्व होता है। धीरे-धीरे सेक्सुअल केमिस्ट्री भी विकसित होती है। ज्यादातर  मामलों में दोस्ती, लगाव व शेयरिंग  के बाद शारीरिक चाह जगती है, चाहे वे प्रेम संबंध हों या वैवाहिक रिश्ते।

सेक्सुअल  केमिस्ट्री न होने से कई प्रॉब्लम्स  हो सकती हैं। न सिर्फ भावनात्मक असुरक्षा पनपती है, बल्कि सेहत पर भी विपरीत प्रभाव पडता है। यदि वैवाहिक रिश्ते में सेक्सुअल  केमिस्ट्री अच्छी नहीं है तो इस समस्या को नजरअंदाज  न करें। प्यार के रास्ते टेढे-मेढे जरूर हैं, मगर इन पर संतुलित कदम रखने से मंजिल मिल ही जाती है।

जिंदगी  से प्यार

खुद  से प्यार न हो तो दूसरे के प्यार की कीमत भी नहीं समझ आ सकती। खुद  से प्यार करने का अर्थ है-अपना खयाल  रखना। अपनी सेहत, भावनाओं, इच्छाओं के बारे में सोचना, अपने व्यक्तित्व का सम्मान करना और फील गुड  एटीट्यूड। इसी से आत्मविश्वास और जीवन के प्रति रोमांच पैदा होता है। जीवन में रोमांच, उत्साह, आशा और सकारात्मक नजरिया  पनपेगा तो सेक्स के प्रति भी सही दृष्टिकोण पैदा होगा।

तुम्हारी याद सताती है

पति-पत्नी होने का अर्थ यह नहीं है कि 24  घंटे एक-दूसरे के साथ बने रहें। सेक्सुअल केमिस्ट्री को बरकरार रखना है तो कभी-कभी एक-दूसरे से दूर रहें। दूर रह कर ही पता चलता है कि प्यार कितना गहरा है। एक-दूसरे को मिस ही नहीं करेंगे तो जानेंगे कैसे कि उसे कितना प्यार करते हैं!

शरमाके न यूं ही खो देना

दांपत्य जीवन में कुछ समय बाद नीरसता हावी होने लगती है। कुछ साल बाद सब कुछ एक रुटीन बन जाता है। हर व्यक्ति संबंधों में आने वाली नीरसता से बचना चाहता है, मगर सेक्स के मामले में ज्यादातर भारतीय दंपती चुप्पी साध लेते हैं। जरूरी है कि सेक्सुअल  फैंटसी  शेयर करना सीखें। झिझक कई बार संबंधों पर भारी पडती है। काउंसलर्स  कहते हैं कि भारतीय स्त्रियां सेक्सुअल  केमिस्ट्री को समझ ही नहीं पातीं क्योंकि वे खुल कर अपनी इच्छाएं नहीं बता पातीं। पति-पत्नी का रिश्ता तभी बेहतर होगा, जब उसमें दोस्ती, शेयरिंग व खुलापन  हो। यह तभी संभव है, जब सेक्स को लेकर पुरानी मान्यताओं से बाहर निकलें और स्वस्थ बातचीत को बेडरूम में जगह दें।

थोडा रूमानी हो जाएं

अपने मन के रोमैंटिक  कोने तलाशें। क्या आपको अब भी रोमैंटिक  मूवीज या किताबें भाती हैं? बरसात में भीगना अच्छा लगता है? पुराने हिंदी गाने सुनते हैं, शाम की चाय के साथ पसंदीदा गजलें सुनते हैं, किसी खूबसूरत शाम पार्टनर का हाथ थाम मौसम का मजा लेते हैं और अचानक किसी रोज उसे कैंडल लाइट डिनर पर लेकर जाते हैं तो यकीन मानिए आपके दिल में रोमैंस जिंदा है। इस रोमैंस को बनाए रखें और एक्सप्लोर करें। अपने एडवेंचरस  पहलू को ढूंढें, सेक्सुअल  केमिस्ट्री के लिए उसका उपयोग करें।

सताया न कीजिए

कहते हैं, चीजें  आसानी से मिल जाती हैं तो उनका महत्व नहीं समझ आता। यही बात सेक्स लाइफ के लिए भी कही जा सकती है। एक-दूसरे को टीज करना यानी सताना, भागना और छूने के लिए मचलते पार्टनर को तरसाने का खेल सेक्स संबंध में बडा मजेदार हो सकता है। जब बहुत मेहनत के बाद मंजिल मिलती है तो आनंद दुगना हो जाता है। पार्टनर की हर जरूरत पर मौजूद रहना अच्छी बात है, लेकिन कभी-कभी उसे सताने का अधिकार भी इस्तेमाल करें। लेकिन कब नहीं कहना है और कब नहीं को हां में बदलना है, इसे भी समझना जरूरी है। साथ के एहसास को यूं ही जगाते रहें, तभी सेक्सुअल  केमिस्ट्री बरकरार रहेगी।

झूमें-नाचें-गाएं

कुछ ऐसा करें कि पार्टनर आश्चर्य से भर उठे। सिंपल रहती हों तो कभी जरा  हॉट  अवतार में आ जाएं। शॉर्ट ड्रेस पहनें, डार्क ऑरेंज लिपस्टिक लगा लें या फिर घर में अकेले हों तो फास्ट म्यूजिक  पर पार्टनर के साथ कुछ पल कदम थिरका लें। घर को पब या डिस्को  में बदल दें। डांस, म्यूजिक, मस्ती, एडवेंचर  हो तो रिश्ते जीवंत बने रहते हैं। कभी-कभी रिश्तों की खातिर वह करें, जो नॉर्मल  रुटीन में न करते हों। यह टिप आजमा कर देखें, अच्छा लगेगा।

सजना है सजना के लिए

बोरिंग हो गई है लाइफ..कहने से समस्या हल नहीं होती। जिंदगी हो या रिश्ते, नीरसता को दूर करने के उपाय ढूंढने पडते हैं। कोर्टशिप या इश्क के दिनों में जब मिला करते थे तो खुद को संवारने में कितने घंटे खर्च होते थे? कई ड्रेसेज  ट्राइ  की जाती थीं, मेकअप में प्रयोग होते थे ताकि खूबसूरत भी दिखें, शालीन भी। साथी का पसंदीदा रंग पहनने के अलावा उसकी पसंद की हेयर स्टाइल, पर्स या परफ्यूम तक लेने की इच्छा होती थी। शादी के बाद भी ऐसा किया जा सकता है। एक-दूसरे की बांहों में खोने से पहले खुद को संवार लें। शादी के बाद शरीर में कुछ किलो बढ जाने से आकर्षण नहीं घटता, बशर्ते खुद  को प्रेजेंटेबल बनाने की कला आती हो। रिश्तों को खूबसूरत बनाना है तो अपने मन और शरीर, दोनों को खूबसूरत बनाना होगा।

इंदिरा राठौर


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