हेल्थ वॉच
हाई ब्लडप्रेशर से बचाती है हलकी झपकी दिन में झपकी लेने के शौकीनों को अपनी इस आदत की वजह से शर्मिंदा होने की ज़रूरत नहीं है, बल्किउनके लिए एक अच्छी ख़्ाबर है। एक शोध के अनुसार दिन में कुछ देर सोने से व्यक्ति न केवल बेहतर महसूस करता है, बल्कि यह
हाई ब्लडप्रेशर से बचाती है हलकी झपकी
दिन में झपकी लेने के शौकीनों को अपनी इस आदत की वजह से शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं है, बल्किउनके लिए एक अच्छी ख्ाबर है। एक शोध के अनुसार दिन में कुछ देर सोने से व्यक्ति न केवल बेहतर महसूस करता है, बल्कि यह आदत उसे ब्लडप्रेशर और हार्ट अटैक से भी बचाती है। यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी की ओर से लंदन में आयोजित एक सम्मेलन में इस शोध को प्रस्तुत किया गया। शोधकर्ताओं ने इसमें उन लोगों को शामिल किया, जिन्हें हाई ब्लडप्रेशर की समस्या थी। शोध के दौरान उन्होंने पाया कि जिन लोगों ने दोपहर के समय हलकी झपकी ली थी, उनके ब्लडप्रेशर में पांच प्रतिशत तक कमी आई थी। इसलिए संभव हो तो हाई ब्लडप्रेशर से बचने के लिए दिन में थोडी देर के लिए हलकी झपकी जरूर लें।
ब्रेन स्ट्रोक से बचा सकता है संगीत
संगीत को हमेशा से दिमागी सुकून के लिए कारगर माना जाता रहा है। एक ताजा शोध में इससे जुडी एक और महत्वपूर्ण बात सामने आई है। शोध के अनुसार नर्वस सिस्टम से संबंधित बीमारियों से बचाव में संगीत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि ब्रेन स्ट्रोक से प्रभावित लोगों का दिमाग सामान्य लोगों की तुलना में संगीत के प्रति अलग तरह से प्रतिक्रिया देता है। ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी वेक्सनर मेडिकल सेंटर के शोधकर्ता क्रिस्टीन चेरिटॉन ने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक के लगभग 80 प्रतिशत मामलों में दौरे दिमाग के टेंपरल लाब हिस्से से उत्पन्न होते हैं। संगीत भी दिमाग के इसी हिस्से पर प्रभाव डालता है। इसी कारण शोधकर्ता ऐसी समस्या से पीडित लोगों केदिमाग पर संगीत के प्रभाव का अध्ययन कर रहे हैं। 21 लोगों पर किए गए अध्ययन में यह तथ्य सामने आया है कि संगीत के प्रभाव से न्यूरोलॉजी संबंधी समस्याओं में तेजी से सुधार आता है।
दिल के लिए फायदेमंद है केला
अगर आप अपने दिल को बीमारियों से बचाना चाहते हैं तो केले का नियमित रूप से सेवन करें। इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन एवं वॉरविक मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताओं ने कई अध्ययनों का विश्लेषण करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला। उन्होंने बताया कि केले में भरपूर मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है। हाई ब्लडप्रेशर और हार्ट अटैक के ख्ातरे को कम करने और स्मरण-शक्ति को मजबूत बनाने में इस तत्व की अहम भूमिका होती है। इसके अलावा दही, दाल, पालक, मशरूम और खुबानी में भी पर्याप्त मात्रा में पोटैशियम पाया जाता है। इसलिए इन चीजों का सेवन दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इन्हें अपनी डाइट में प्रमुखता से शामिल करें।
एंटीबायोटिक्स से डायबिटीज का ख्ातरा
अगर आपको बुखार, खांसी या जुकाम है तो आप एंटीबायोटिक्स ना ही खाएं। इससे डायबिटीज हो सकता है। बार-बार एंटीबायोटिक्स का सेवन करने से डायबिटीज का ख्ातरा 53 प्रतिशत तक बढ जाता है। अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन के सेंटर फॉर डायबिटीज रिसर्च में वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययन के बाद यह तथ्य सामने आया है। शोधकर्ताओं के अनुसार एंटीबायोटिक्स की वजह से आंतों में मौजूद बैक्टीरिया का स्वरूप बदल जाता है। पेट के अंदर कुछ अच्छे और कुछ ख्ाराब बैक्टीरिया मौजूद होते हैं। एंटीबायोटिक्स के प्रभाव से जहां अच्छे बैक्टीरिया की संख्या घटने लगती है, वहीं इससे पैंक्रियाज और मेटाबॉलिज्म का संतुलन भी बिगड जाता है, जो अंतत: डायबिटीज जैसी समस्या के लिए जिम्मेदार होता है। इसलिए छोटी-छोटी स्वास्थ्य तकलीफों के लिए बिना डॉक्टर की सलाह लिए एंटीबायोटिक्स के सेवन की आदत सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो सकती है।
ब्रेल स्मार्ट वॉच से दृष्टिहीन पढेंगे किताबें
दक्षिण कोरिया की एक नई कंपनी ने ऐसी किफायती ब्रेल स्मार्ट वॉच बनाई है, जिसकी मदद से दृष्टि बाधित लोग ई-बुक्स पढऩे के साथ-साथ संदेश लिखने और पढऩे का काम भी कर सकेंगे। डॉट नामक इस स्मार्ट वॉच से ब्रेल भाषा भी सीखी जा सकती है। डॉट के निर्माताओं का दावा है कि यह दृष्टिहीनों के लिए हेप्टिक तकनीक से बनी पहली किफायती स्मार्ट वॉच है। इससे पहले बने ऐसे उपकरणों की कीमत हजारों डालर्स में होती थी, लेकिन इस स्मार्ट वॉच को किसी भी ब्लूटूथ उपकरण से जोडकर अपनी जरूरत की सूचना को पढा जा सकता है। नए स्मार्ट वॉच में पहले संदेश उस मोबाइल फोन पर आता है, जो इससे जुडा होता है। फिर एक एप्लिकेशन उस संदेश का अनुवाद बे्रल में करता है। संदेश प्राप्त होने पर डॉट का वाइब्रेटर यूजर को सतर्क कर देता है। फिंगर्स ऑन नामक कंपनी के मीडिया रिलेशन प्रमुख डेनियल कोह का मानना है कि घडी में मौजूद डायल से ब्रेल संदेश को अपनी रफ्तार के अनुसार घटा कर भी पढा जा सकता है। यह स्मार्ट वॉच दृष्टिहीनों के लिए वरदान साबित होगा।
लंबी उम्र के लिए अपनाएं शाकाहार
अगर आप शाकाहारी हैं तो ख्ाुश हो जाएं क्योंकि एक रिसर्च से यह साबित हो चुका है कि नॉन वेजटेरियन लोगों की तुलना में शाकाहारी लोगों की आयु ज्य़ादा लंबी होती है। ख्ाासतौर पर पुरुषों को इसका अधिक फायदा मिलता है। कैलिर्फोनिया स्थित लोमा लिंडा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययन से यह निष्कर्ष सामने आया है। शोधकर्ताओं के अनुसार शाकाहारी लोगों में ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित रहता है, जिससे स्वाभाविक रूप से उनकी आयु लंबी होती है। 70,000 से भी अधिक पुरुषों और स्त्रियों के खानपान की आदतों के गहन विश्लेषण के बाद शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे। उन्होंने प्रतिभागियों को वेजटेरियन और नॉन वेजटेरियन दो समूहों में बांट कर उनके खानपान संबधी आदतों का विश्लेषण किया। छह साल तक चले इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि मांसाहारियों के मुकाबले शाकाहारी लोग लंबी उम्र जीने में कामयाब रहे और उनका वजन भी नियंत्रित था। अगर आप भी लंबी आयु पाना चाहते हैं तो मांसाहार छोड कर शाकाहार अपनाएं।
अब लैब में तैयार होगा ब्रेन
वैज्ञानिकों ने पहली बार प्रयोगशाला में एक कृत्रिम मानव मस्तिष्क विकसित करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि दवाओं के परीक्षण और बीमारियों के अध्ययन के लिए इस मस्तिष्क का इस्तेमाल हो सकता है। कोलंबस स्थित ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने यह उम्मीद जताई है कि इसके माध्यम से ब्रेन और नर्वस सिस्टम से जुडी बीमारियों को समझना आसान हो जाएगा। अल्जाइमर्स और पार्किंसंस जैसी बीमारियों के लिए बनाई जा रही दवाओं के परीक्षण में भी इस कृत्रिम मस्तिष्क का इस्तेमाल किया जा सकता है। ओहियो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक डॉ. रेने आनंद ने दावा किया है कि यह मस्तिष्क पेंसिल की लिखावट मिटाने वाले इरेजर जितना छोटा है। इसे वयस्क मानव की त्वचा कोशिकाओं से विकसित किया गया है। यह अब तक कृत्रिम रूप से विकसित किए गए मानव मस्तिष्कों में सर्वाधिक सक्षम है।