किडनी की अच्छी सेहत के लिए
आज विश्व की आबादी का बड़ा हिस्सा किडनी संबंधी समस्याओं से जूझ रहा है। अगर स्वस्थ जीवनशैली और खानपान अपनाया जाए तो इससे आसानी से बचा जा सकता है। हमारे शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने के लिए किडनी फिल्टर की तरह रक्त को साफ करने का काम करती
आज विश्व की आबादी का बडा हिस्सा किडनी संबंधी समस्याओं से जूझ रहा है। अगर स्वस्थ जीवनशैली और खानपान अपनाया जाए तो इससे आसानी से बचा जा सकता है। हमारे शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने के लिए किडनी फिल्टर की तरह रक्त को साफ करने का काम करती है। आइए जानते हैं इस प्रमुख अंग के अन्य कार्यों और इसे स्वस्थ बनाए रखने के तरीकों के बारे में।
क्या है काम
पाचन-क्रिया के दौरान हमारे भोजन से निकलने वाले सभी सूक्ष्म विषैले तत्व किडनी में ही जमा होते हैं और यूरिन के साथ शरीर से बाहर निकल जाते हैं। किडनी लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण और ख्ाून को साफ रखने में मदद करती है। किडनी का एक और कार्य है- विटमिन डी का निर्माण करना, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। आज की भाग-दौड भरी जिंदगी में हमारे खानपान की आदतें बिगडती जा रही हैं। इसी वजह से किडनी की बीमारियों से ग्रस्त लोगों की तादाद बढती जा रही है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हम ऐसी समस्याओं से बचे रह सकते हैं।
खूब पीएं पानी
अगर किडनी को स्वस्थ रखना है तो ज्य़ादा पानी पीना बेहतर उपचार है। इसके लिए हर सामान्य स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन औसतन 4-5 लीटर पानी पीना चाहिए। पानी शरीर में मौजूद कई तरह के विषैले तत्वों को यूरिन के साथ आसानी से बाहर निकाल देता है और पाचन-तंत्र की कार्य प्रणाली को भी दुरुस्त रखता है। इससे कब्ज की समस्या नहीं होती। इसके अलावा पानी शरीर में रक्त प्रवाह को सही रखते हुए ख्ाून को गाढा बनने से रोकता है। ज्य़ादा पानी पीने से ब्लडप्रेशर का स्तर भी संतुलित बना रहता है।
अपनाएं संतुलित आहार
रोजाना के भोजन में चीनी और नमक का अधिक मात्रा में इस्तेमाल किडनी की सेहत के लिए बहुत नुकसानदेह साबित होता है। इन दोनों चीजों की अधिकता से उसके काम करने की गति धीमी पड जाती है। इसलिए मिठाइयों, चॉकलेट, केक-पेस्ट्री, वेफर्स, प्रोसेस्ड फूड, अचार, पापड और चटनी जैसी चीजों का सेवन सीमित मात्रा में करें क्योंकि इनमें नमक और चीनी का भरपूर मात्रा में इस्तेमाल होता है। इसके अलावा नॉनवेज, मशरूम और दालों का सेवन भी संतुलित मात्रा में करना चाहिए क्योंकि इनमें भरपूर प्रोटीन पाया जाता है। यह शरीर के लिए बेहद जरूरी है, लेकिन इसकी अधिकता की वजह से यूरिक एसिड की समस्या हो सकती है। इसी तरह मिल्क प्रोडक्ट्स का सेवन हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी होता है, लेकिन इसकी अधिकता की वजह से स्टोन की समस्या हो सकती है। ऐसी समस्याओं से बचने के लिए खानपान में संतुलन बेहद जरूरी है। कैल्शियम और प्रोटीनयुक्त चीजों को अपने भोजन में जरूर शामिल करें, पर इनकी मात्रा बहुत ज्य़ादा नहीं होनी चाहिए। रंग-बिरंगे फलों और सब्जियों को अपने आहार का जरूरी हिस्सा बनाएं। इनमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व किडनी को इन्फेक्शन से बचाते हैं। इसके अलावा जहां तक संभव हो एल्कोहॉल-सिगरेट से दूर रहने की कोशिश करें क्योंकि ये चीजें लिवर के अलावा किडनी को भी बहुत नुकसान पहुंचाती हैं।
अगर आप खानपान की स्वस्थ आदतें अपनाएंगे तो किडनी से संबंधित बीमारियां आपको कभी भी परेशान नहीं करेंगी।
यह भी न भूलें
किसी व्यक्ति की किडनी सही ढंग से काम कर रही है या नहीं, यह कई बातों पर निर्भर करता है। किडनी की सेहत के बारे में आइए जानते हैं कुछ जरूरी बातें :
-अगर किसी दवा का सेवन न किया जा रहा हो तो सामान्यत: स्वस्थ व्यक्ति का यूरिन रंगहीन होना चाहिए।
-प्रतिदिन लगभग चार लीटर पानी पीने वाले सामान्य स्वस्थ लोगों को हर तीन घंटे के अंतराल पर यूरिनेशन होना चाहिए।
-रुक-रुक कर थोडा-थोडा यूरिन आना, बार-बार टॉयलेट जाने की जरूरत महसूस होना, यूरिनेशन के दौरान दर्द-जलन और पैरों में सूजन जैसे लक्षण दिखाई दें तो बिना देर किए डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि ये किडनी संबंधी गडबडी के लक्षण हो सकते हैं।
-अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज या हाइ बीपी की समस्या हो तो उसे चीनी-नमक का सेवन सीमित मात्रा में करते हुए साल में एक बार केएफटी (किडनी फंक्शन टेस्ट) जरूर करवाना चाहिए।
सखी फीचर्स
(मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली की चीफ डायटीशियन रितिका समादार से बातचीत पर आधारित)